बिहार में पुल हादसा, तेजस्वी का नीतीश सरकार पर हमला
भागलपुर/पटना। बिहार के भागलपुर जिले में एक पुल ढह गया। यह पुल पांच पंचायतों को पीरपैंती प्रखंड मुख्यालय से जोड़ता था। इस पुल का निर्माण पीडब्ल्यूडी ने दो साल पहले ही कराया था, लेकिन गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर के दबाव को यह पुल नहीं झेल पाया और ढह गया। लाखों रुपये की लागत से बनी इस पुल के ध्वस्त होने से ग्रामीणों में दहशत है। लोगों का आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है। लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
यह घटना गुरुवार देर रात की है। सुबह जब लोग अपने काम पर निकले तो उन्हें पुल टूटा हुआ मिला। पुल के टूटने की वजह से लोगों का आवागमन ठप्प हो गया है। लोगों को आने-जाने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों के अनुसार, यह पुल इलाके की लाइफलाइन था। इस पुल के टूटने से हजारों लोगों को रोजाना परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इस पुल के जरिए लोग पीरपैंती प्रखंड के अलावा झारखंड के विभिन्न गांवों में आते-जाते थे।
पुल टूटने की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी। पुलिस ने बताया कि पानी कम होने के बाद ही पुल की मरम्मत का काम शुरू हो पाएगा। फिलहाल लोगों के लिए नाव ही आने-जाने का एकमात्र सहारा है।
इस घटना के बाद से ही राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार भ्रष्टाचार रूपी छोटी मछलियों को पलने-बढ़ने का मौका दे रहे हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा, ‘बिहार के भागलपुर में एक पुल और ध्वस्त हुआ। नीतीश कुमार जी के शासन में भ्रष्टाचार की जड़े जितनी गहरी हैं, पुल के पिलर उतने ही सतही है। इसलिए विगत 2-3 महीनों में ही हजारों करोड़ की लागत से निर्मित एवं निर्माणाधीन सैंकड़ों पुल-पुलिया और मेगा ब्रिज भरभराकर गिर चुके हैं। मजाल है, आपने मुख्यमंत्री का इन गिरते पुलों के भ्रष्टाचार पर कभी कोई बयान सुना हो अथवा उन्होंने बड़ी भ्रष्टाचार रूपी व्हेल मछली पर कभी कोई कारवाई की हो? आख़िर करेंगे भी कैसे? उन छोटी मचलती मछलियों को खिला-पिला कर व्हेल उन्होंने ही बनाया है।’