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22 अप्रैल तक चलेगा कुपोषण के विरुद्ध जागरूकता अभियान : डीएम

 डीएम ने की पोषण पखवाड़ा को लेकर समीक्षा बैठक, लापरवाह सेविका के विरुद्ध होगी कार्रवाई

मोतिहारी / राजन द्विवेदी।

आगामी 22 अप्रैल तक जिले में कुपोषण के विरुद्ध जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसको लेकर जिले के डीएम सौरभ जोरवाल ने आईसीडीएस विभाग के साथ पोषण पखवाड़ा को लेकर समीक्षा बैठक करते हुए जागरूकता अभियान चलाने की बातें कहीं। वहीं उन्होंने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया की वैसे आंगनबाड़ी सेविकाएं जो एफआरएस के माध्यम से टीएचआर वितरण नहीं कर रही हैं अथवा नहीं करने के लिए किसी अन्य को भ्रमित करती हैं, उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करते हुए चयन मुक्ति का प्रस्ताव दिया जाए। जिलाधिकारी ने वैसे सभी सीडीपीओ को निर्देश दिया कि जिनके यहां कार्य स्थगित है, या कम मात्रा में हुआ है, उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाए। डीपीओ आईसीडीएस को निर्देश दिया कि प्रतिदिन संध्या पांच बजे कम उपलब्धि वाले परियोजनाओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर कार्य में प्रगति लाई जाय। पोषण पखवाड़ा के संबंध में डीपीओ आईसीडीएस ने बताया कि यह सातवां पोषण पखवाड़ा है जो पिछले 8 अप्रैल से प्रारंभ किया गया है और 22 अप्रैल तक जिला में चलेगा। इस दौरान कुपोषण के विरुद्ध जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है एवं बच्चों को स्वच्छता एवं महिलाओं को पोषण से संबंधित जानकारी दी जारही है। डीपीओ आईसीडीएस कविता कुमारी ने बताया की पोषण पखवाड़ा- 2025, बच्चों के जीवन के पहले 1000 दिनों पर केंद्रित हैं क्योंकि यह बच्चों के विकास के लिए बेहद अहम वक्त होता है। इस पखवाड़ा अंतर्गत पोषण ट्रैकर के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण सेवाओं की वास्तविक समय की निगरानी की जा रही है। लाभार्थी अब बेहतर पहुंच के लिए पोषण ट्रैकर वेब एप के जरिए खुद पंजीकरण भी कर सकते हैं। ट्रेकर गंभीर कुपोषण का समुदाय आधारित प्रबंधन प्रोटोकॉल ,समस्या का शीघ्र पता लगाने और समुदाय आधारित प्रबंधन में मदद करता है।पोषण पखवाड़ा अंतर्गत स्वस्थ भोजन विकल्पों को बढ़ावा देकर बचपन को स्वस्थ बनाने पर बल दिया जा रहा है।

बैठक में जिलाधिकारी के साथ डीपीओ आईसीडीएस, सभी सीडीपीओ, पोषण समिति के सदस्य एवं अन्य विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे।

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