पटना। बिहार बोर्ड ने 2025 से मैट्रिक और इंटर की परीक्षाओं में एक क्रांतिकारी कदम उठाते हुए एआई टूल्स का इस्तेमाल करने का फैसला किया है। इस तकनीक के माध्यम से फर्जी परीक्षार्थियों को पकड़ना आसान हो जाएगा। एआई टूल्स फेस रिकॉग्निशन, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन, और मशीन लर्निंग एल्गोरिदम का उपयोग करके छात्रों की पहचान और दस्तावेजों की प्रामाणिकता की जांच करेंगे।
फर्जी परीक्षार्थी अक्सर परीक्षा देने के लिए दूसरों की पहचान का उपयोग करते हैं, या फिर परीक्षा के दौरान नकल करते हैं। एआई टूल्स इन सभी समस्याओं से निपटने में मदद करेंगे। इसके अलावा, एआई टूल्स छात्रों की उम्र, नाम और अन्य व्यक्तिगत जानकारी की भी जांच करेंगे।
बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि, “अगले वर्ष से फॉर्म भरते समय एआई, मशीन लर्निंग और चैटबॉट जैसे एआई टूल्स का इस्तेमाल किया जाएगा। जो भी छात्र उम्र कम करने के लिए नाम में थोड़ा बहुत परिवर्तन करके दोबारा से फॉर्म भरने की कोशिश करते हैं, वह ऐसा नहीं कर सकेंगे।
बिहार बोर्ड पूरे देश का ऐसा पहला बोर्ड होगा जो किसी AI टूल्स का इस्तेमाल करेगा। अगले साल से बोर्ड अपने प्रक्रिया का आईएसओ सर्टिफिकेशन कराएगा। आईएसओ सर्टिफिकेशन से बोर्ड की पारदर्शिता और विश्वसनीयता बढ़ेगी, और छात्रों को विश्वास होगा कि परीक्षा निष्पक्ष तरीके से आयोजित की जा रही है।
बोर्ड इंटर के छात्रों से परीक्षा फॉर्म के साथ शपथ पत्र भी भरवा रहा है। आधार कार्ड के अभाव में शपथ पत्र भरवाने का उद्देश्य छात्रों की पहचान सुनिश्चित करना है।
एआई टूल्स के इस्तेमाल से भविष्य में परीक्षा परिणामों की गुणवत्ता में सुधार होगा, और शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता आएगी।
Author: TheNews 15
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देश में पहली बार फर्जी परीक्षार्थियों की पकड़ने के लिए एआई तकनीक का इस्तेमाल करेगा बिहार बोर्ड
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शिवहर की बहु और एक्सएल सिनेमा की संस्थापक दीप्ति प्रसाद को मिलेगा प्रतिष्ठित ‘राष्ट्रीय व्यक्तिगत उत्कृष्टता पुरस्कार 2024’
नई दिल्ली/पटना: भारतीय सिनेमा को दृष्टिबाधित समुदाय के लिए सुलभ बनाने के अपने उल्लेखनीय प्रयासों के लिए एक्सएल सिनेमा और नोबाफ्लिक्स की दूरदर्शी संस्थापक, दीप्ति प्रसाद को इस वर्ष के प्रतिष्ठित ‘राष्ट्रीय व्यक्तिगत उत्कृष्टता पुरस्कार 2024’ (सर्वश्रेष्ठ अनुसंधान) से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान भारत सरकार के अधीन दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा प्रतिवर्ष केवल एक व्यक्ति को उनके अद्वितीय योगदान के लिए दिया जाता है।
दीप्ति प्रसाद को यह पुरस्कार भारतीय सिनेमा में विशेष तकनीकी नवाचारों के जरिए दृष्टिबाधित समुदाय को जोड़ने के लिए दिए जा रहे उनके अभूतपूर्व कार्यों के लिए प्रदान किया जा रहा है। उनके प्रयासों से हजारों दृष्टिबाधित व्यक्ति देशभर में मनोरंजन और सूचना के क्षेत्र में सक्रिय रूप से शामिल हो सके हैं।
इस प्रतिष्ठित पुरस्कार समारोह का आयोजन 3 दिसंबर 2024 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी की अध्यक्षता में किया जाएगा। इस अवसर पर देशभर के जाने-माने हस्तियां, सरकारी अधिकारी, और समाजसेवी भी उपस्थित रहेंगे।
दीप्ति प्रसाद का योगदान केवल अनुसंधान तक ही सीमित नहीं है; उन्होंने एक्सएल सिनेमा और नोबाफ्लिक्स के माध्यम से समावेशी कंटेंट वितरण के क्षेत्र में एक नई मिसाल पेश की है। उनकी दृष्टि ने भारतीय सिनेमा को एक नई दिशा दी है, जिससे सिनेमा को सभी के लिए एक वास्तविक सांस्कृतिक अनुभव बनाया जा सके।
शिवहर की बहु के रूप में दीप्ति की यह उपलब्धि स्थानीय समुदाय के लिए गर्व का विषय है। उनके कार्यों ने न केवल उनके परिवार और समुदाय को गौरवान्वित किया है, बल्कि उन्होंने यह साबित किया है कि दृढ़ संकल्प और सृजनशीलता से समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है।
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दरभंगा की नंदनी बनीं बिहार अंडर-15 वुमन्स क्रिकेट टीम का हिस्सा
क्षेत्र में हर्ष की लहर
दरभंगा । दरभंगा की बेटी नंदनी ने क्रिकेट में बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है। वह बीसीसीआई द्वारा मान्यताप्राप्त बिहार की अंडर-15 वुमन्स क्रिकेट टीम में शामिल की गई हैं। यह उपलब्धि दरभंगा और विशेष रूप से बेनीपुर प्रखंड के लोगों के लिए गर्व का विषय है। नंदनी, जो रमण कुमार की पुत्री हैं, अब बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के प्रतिनिधित्व में वोमेन्स अंडर-15 एकदिवसीय क्रिकेट मैच खेलने के लिए कर्नाटक के बेंगलुरु जा रही हैं।
नंदनी की इस उपलब्धि से परिवार और क्षेत्रवासियों में खुशी का माहौल है। स्थानीय लोगों और रिश्तेदारों ने नंदनी को बधाई दी और उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। नंदनी की मेहनत और समर्पण ने उसे इस मुकाम तक पहुँचाया है, जिससे वह अब राज्य का प्रतिनिधित्व करेंगी।
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा आयोजित इस टूर्नामेंट में देशभर की युवा प्रतिभाओं को अपनी क्रिकेट क्षमता दिखाने का मौका मिलेगा। नंदनी की इस यात्रा से दरभंगा और आस-पास के क्षेत्रों की अन्य युवा लड़कियों को भी खेल के प्रति प्रेरणा मिलेगी।
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पार्टी को संगठनात्मक दृष्टि से मजबूती प्रदान करने हेतु चलाया जा रहा सदस्यता अभियान -केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल
पार्टी में सक्रिय सदस्य बनने के लिए रखा 100 प्राथमिक सदस्य बनाने का लक्ष्य
सदस्यता अभियान का मकसद जनहित कार्य के लिए संगठन को मजबूत करना-केंद्रीय मंत्री
करनाल, (विसु)। केन्द्रीय उर्जा, आवास एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने सदस्यता अभियान को लेकर आज भाजपा कार्यालय कर्ण कमल में कार्यकर्ताओं की बैठक ली।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि पार्टी को संगठनात्मक दृष्टि से मजबूत करने के लिए एवं पार्टी में सक्रिय सदस्य बनने के लिए प्रत्येक कार्यकर्ता के लिए 100 प्राथमिक सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि सदस्यता अभियान का मकसद जनहित कार्य के लिए संगठन को मजबूत करना है। हरियाणा में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनाने में करनाल जिला के कार्यकर्ताओं का शत-प्रतिशत योगदान रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा अब हरियाणा में 50 लाख प्राथमिक सदस्य बनाने के लक्ष्य को हासिल कर लेगी। सदस्यता अभियान के माध्यम से कार्यकर्ता संगठन को मजबूत करने के साथ पार्टी के कार्यों को जनता तक पहुंचा रहे हैं। साथ ही पार्टी की योजनाओं का लाभ दिलाने में भी लोगों की मदद कर रहे हैं।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि हर कार्यकर्ता के लिए अपने बूथ पर 250 सदस्य बनाने जरूरी हैं। ज्यादा प्राथमिक सदस्य बनने वाले कार्यकर्ताओं का आने वाले संगठन की रचना में अहम रोल होगा। उन्हें संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि पार्टी ने हर बूथ पर 250 से अधिक लोगों को पार्टी का सदस्य बनाने का लक्ष्य कार्यकर्ताओं को दिया गया है। हरियाणा में 50 लाख लोगों को भाजपा से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है जिसे हम जल्द ही पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि सदस्यता अभियान का मूल मकसद पार्टी को मजबूत करना है और मजबूत संगठन की ताकत से जनसेवा करना है।
उन्होंने इस अवसर पर सदस्यता अभियान से संबंधित जरूरी निर्देश दिए। इस मौके पर जिला अध्यक्ष बृज गुप्ता सहित जिला प्रभारी भारत भूषण जुआल, सदस्यता अभियान करनाल जिला संयोजक निर्मला बैरागी, जिला सहसंयोजक एवं जिला महामंत्री सुनील गोयल असंध विधानसभा प्रमुख यशपाल ठाकुर, इंद्री विधानसभा सदस्यता अभियान प्रमुख प्रवीण लाठर, जिला उपाध्यक्ष,पूर्व विधायक रमेश कश्यप, पूर्व मेयर नगर निगम करनाल रेणु बाला गुप्ता, पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर कृष्ण गर्ग,सांसद प्रतिनिधि कविन्द्र राणा, जिला मीडिया प्रभारी डा अशोक कुमार, मंडल अध्यक्ष सुनील गोयल सहित अन्य मौजूद रहे। -
अधिकारी सेवक बनकर करें जनता की सेवा : मनोहर लाल
मनोहर लाल बोले : योजनाओं का पात्र व्यक्तियों को समय पर दें लाभ, सुझाव मिलने पर योजनाओं में संशोधन संभव
करनाल, (विसु)। केंद्रीय ऊर्जा, आवास एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों से कहा कि सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का पूरा लाभ पात्र लोगों को मिलना चाहिये। किसी भी योजना में सुधार के लिये कोई सुझाव है तो उसे जरूर बतायें। योजना में संशोधन कराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कल्याणकारी राज्य का उद्देश्य भी गरीबों, जरूरतमंदों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना है। नियम-कानून जनता के भले के लिये बनाये जाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारी विकासात्मक परियोजनाओं की गति तेज करें और जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्ति को समय पर दें तथा जनता के सेवक बनकर कार्य करें। केंद्रीय मंत्री आज यहां जिला सचिवालय में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा)की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक के एजेंडे में शामिल 30 योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। सर्वप्रथम 12 फरवरी की बैठक की कार्यवाही की पुष्टि की गई। बैठक में केंद्रीय मंत्री ने एमपीएलएडीएस(सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना)के तहत लंबित 68 कार्यों के बारे में जानकारी मांगी। इस पर अधिकारियों ने बताया कि 30 कार्य 3 महीने में और 38 कार्य 6 महीने के भीतर पूरे कर लिये जायेंगे। तरावड़ी में श्मशान घाट की चारदीवारी का मामला कोर्ट में लंबित है। इस पर मनोहर लाल ने कहा कि राजस्व रिकार्ड से जमीन के स्वामित्व का पता लगाया जाये। आवश्यक हो तो जमीन को खरीदा जा सकता है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि इस मामले को हल करने के लिये यथा संभव कदम उठाये जायें। उन्होंने मनरेगा के तहत आने वाले शिकायतों के निपटारे के लिये एक कमेटी गठित करने के निर्देश दिये।
राशि तुरंत स्थानांतरित करने के निर्देश
करनाल । देहात में कुछ शौचालयों का पैसा अभी तक पात्र लोगों को न मिलने पर केंद्रीय मंत्री ने मामले को गंभीरता से लिया। संबंधित अधिकारी ने बताया कि राशि इंडसइंड बैंक से पीएनबी को ट्रांसफर की जानी है। इस पर मंत्री ने विभाग के निदेशक को आज ही टेलीफोन पर निर्देश दिये की राशि ट्रांसफर की प्रक्रिया आज ही पूरी होनी चाहिये। स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिला के 8 गांवों को अभी तक ओडीएफ प्लस न बनाये जाने का कारण पूछने पर अधिकारियों ने जमीन उपलब्ध न होना बताया। इस पर केंद्रीय मंत्री ने संबंधित एसडीएम को मामले के हल के निर्देश दिये।
पात्रोंं को बताया जाए कि मकान कब मिलेगाकरनाल। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकानों के बारे में लोगों को बताया जाये कि पहले, दूसरे, तीसरे, चौथे व पांचवें साल कितने मकान बनाये जायेंगे। पात्र लोगों को भी इस बारे में सूचित किया जाये कि उसे कौन से साल मकान मिलेगा। मंत्री को बताया गया कि योजना के तहत केंद्र की ओर से 10393 मकान का लक्ष्य तय किया गया है। जिला में अभी तक आये आवेदनों में से 13098 को पात्र माना गया है। बैठक में जानकारी दी गई कि प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत 10 गांवों में 60 कार्य चिह्नित किये गये हैं जिसमें से 14 कार्य पूरे हो चुके हैं।
सांझा बाजार में केबिन बढ़ाने के निर्देश
करनाल, 19 नवम्बर। दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना के तहत हुये कार्यों की समीक्षा करते हुये केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ऐसी व्यवस्था बनायें जिससे यह पता चल सके स्वयं सहायता समूह(एसएचजी)क्या कार्य करता है, कौन सा उत्पाद तैयार करता है, तैयार उत्पाद का क्या प्रमाणिकरण कराया जाता है? उन्होंने करनाल में सांझा बाजार में केबिन बढ़ाने के निर्देश दिये। कहा कि रेलवे स्टेशन, बस अड्डा के आसपास, घरौंडा अथवा असंध जैसे कस्बों में खाली जमीन पर और सांझा बाजार बनाये जा सकते हैं ताकि सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाएं स्वरोजगार के माध्यम से लखपति दीदी बन सकें।
सैटल युवाओं का भी ब्यौरा उपलब्ध कराएं
करनाल, 19 नवम्बर। स्वामित्व योजना के बारे में संबंधित अधिकारी ने बताया कि योजना के तहत 100 फीसद मैपिंग की जा चुकी है। समाधान शिविरों में अब तक योजना के तहत 329 शिकायतें प्राप्त हुई हैं जिनमें से 260 का निपटारा कर दिया है, 69 लंबित हैं। मनोहर लाल ने बताया कि राज्य सरकार ने भी अब शामलात जमीन पर 20 साल से रह रहे लोगों को मालिकाना हक देने का निर्णय लिया है। मंत्री को बताया गया कि ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान काछवा द्वारा प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तह 665 युवाओं का प्रशिक्षण दिया गया जिनमें से 160 युवाओं को काम मिल चुका है। इस पर मंत्री ने कहा कि इन युवाओं का पूरा ब्यौरा उपलब्ध कराया जाये। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी के तहत पात्र 500 लोगों को फौरन किस्त जारी की जाये।
सीएसआर फंड से जिले के स्कूलों में कराए जांएंगे 160 कम्प्यूटर उपलब्ध
करनाल । उन्होंने कृषि अधिकारियों को निर्देश दिये कि मिट्टी की गुणवत्ता की जांच के लिये लोगों को जागरूक करने के लिये अभियान चलायें। मंत्री ने शिक्षा अधिकारी को स्कूलों में टूटे डयूल डेस्क की समय पर मरम्मत कराने के निर्देश दिये। इसके अलावा पीएम श्री तथा मॉडल संस्कृति स्कूलों में कम्प्यूटर की कमी है, उनमें सीएसआर फंड से 160 कम्प्यूटर उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग की अधिकारी से कहा कि ऐसा पोर्टल बनाया जाये जिससे कि बच्चों को वितरित किये गये राशन, उनकी उपस्थिति की पूरी जानकारी का पता चल सके। लोग अक्सर शिकायत करते हंैं कि आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चे कम होते हैं और राशन अधिक बच्चों को वितरित दिखाया जाता है। लिंग अनुपात में सुधार के लिये उपायुक्त ने चिकित्सा अधिकारी को पीसीपीएनडीटी एक्ट को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश दिये।
बोक्स
साल में एक बार भी सिलैंडर न भरवाने वालों का ब्यौरा मांगाकरनाल, 19 नवम्बर। मनोहर लाल ने सर्वाइकल कैंसर का टीका उपलब्ध कराने के लिये संबंधित अधिकारी से कहा कि वे इस बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखें। मंत्री को बताया गया कि जिला में उज्जवला योजना के तहत 72 हजार 443 कनेकशन उपलब्ध कराये गये हैं। इनमें से 10 प्रतिशत ऐसे हैं जो साल में एक बार भी खाली सिलेंडर नहीं भरवाते। मंत्री ने ऐसे लोगों की सूची बनाने को कहा। उन्होंने संबंधित अधिकारी से पूछा की कितने राशनकार्डधारी ऐसे हैं जिन्होंने तीन-चार महीने से राशन नहीं लिया, जिला में कितने विधुर और अविवाहित पैंशन प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों से यह भी सुनिश्चित करते को कहा कि विवाह शगुन योजना के तहत कम से कम 50 प्रतिशत राशि शादी के दिन ही मिल जानी चाहिये। इसके लिये पात्र के अभिभावकों को शादी का कार्ड छपवाने और विवाह के दिन घर जाकर फोटो खिंचवाया जा सकता है। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने जिला बिजली समिति की बैठक ली। इस दौरान मंत्री को विभिन्न चल रही परियोजनाओं की प्रगति के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। अध्यक्ष ने उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम (यूएचबीवीएन) की टीम द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की और सेवा में और अधिक सुधार लाने के लिए प्रेरित किया। मंत्री ने जिला प्रशासन और यूएचबीवीएन के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला स्तर पर जिला स्तरीय बिजली पंचायत का आयोजन सुनिश्चित किया जाए। इस पंचायत के माध्यम से जनता की समस्याओं का समाधान किया जा सके और उपभोक्ताओं से बेहतर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सुझाव प्राप्त किए जा सकें। मंत्री ने कहा कि इस प्रकार की पहल से जनता और प्रशासन के बीच संवाद को मजबूत बनाया जा सकेगा तथा बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता में सुधार लाने में सहायता मिलेगी।
बोक्स
केंद्रीय मंत्री ने किया नगर का दौराकरनाल, 19 नवम्बर। केंद्रीय ऊर्जा, आवास एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने लोक निर्माण विभाग के नये विश्राम गृह के निर्माण को लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों की टीम के साथ शहर में कई स्थानों को दौरा किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विश्राम गृह के लिए ऐसे स्थान का चयन करे,जहां आम जनता को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पडें और जीटी रोड के नजदीक हो तथा आना-जाना सुगम हो। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने कर्ण लेक पर स्थापित बैकेंट हॉल के आय-व्यय के बारे में टुरिजम विभाग के अधिकारियों से जानकारी ली और कहा कि इस बैकेंट हॉल का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार करवाए, ताकि अधिक से अधिक लोगों इसका प्रयोग कर सके और विभाग की आय में वृद्धि हों। इस मौके पर भाजपा के जिला कार्यकारी अध्यक्ष बृज गुप्ता, केंद्रीय मंत्री के प्रतिनिधि कविन्द्र राणा तथा प्रशासन की ओर से उपायुक्त उत्तम सिंह, पुलिस अधीक्षक गंगाराम पुनिया, एसडीएम करनाल अनुभव मेहता तथा राजस्व विभाग के अधिकारी उपस्थित रहें।
बोक्स
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने पूर्व उद्योग मंत्री शशिपाल मेहता की पौत्री की शादी के उपलक्ष्य में परिजनों को दी शुभकामनाएं एवं बधाईकरनाल, 19 नवम्बर। केंद्रीय ऊर्जा, आवास एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने करनाल प्रवास के दौरान हरियाणा के पूर्व उद्योग मंत्री शशिपाल मेहता के मॉडल टाउन स्थित निवास पर पहुंचकर उनकी पौत्री की शादी के उपलक्ष्य में परिजनों को शुभकामनाएं और बधाई दी। इस मौके पर शशिपाल मेहता ने केंद्रीय मंत्री का स्वागत किया तथा उनका आभार जताया। केन्द्रीय मंत्री मनोहर लाल को अपने बीच में पाकर पूरा परिवार बेहद खुश नजर आया। इस मौके पर भाजपा के कार्यकारी जिलाध्यक्ष बृज गुप्ता, केन्द्रीय मंत्री के प्रतिनिधि कविन्द्र राणा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
फोटो समाचार
19 केआरएन-01 और 02 का कैप्शन
करनाल : केंद्रीय मंत्री नगर का दौरा करते हुए तथा हरियाणा के पूर्व उद्योग मंत्री शशिपाल मेहता के मॉडल टाउन स्थित निवास पर पहुंचकर उनकी पौत्री की शादी के उपलक्ष्य में परिजनों को शुभकामनाएं और बधाई देते हुए। -
गन्ना किसानों को समय पर होगा भुगतान : डॉ. अरविंद शर्मा
शुगर मिल के 49वें पिराई सत्र की शुरूआत, 50 लाख क्विंटल पिराई का लक्ष्य
करनाल, (विसु)। हरियाणा के सहकारिता एवं पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने आज यहां शुगर मिल के 49वें पिराई सत्र की शुरूआत की। हवन-यज्ञ के बाद मंत्री ने मशीन में पिराई के लिए गन्ना डाला। इस मौके पर उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों को मिल में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आने दी जायेगी और समय पर भुगतान किया जायेगा। डा अरविंद शर्मा ने इस मौके पर कहा कि राज्य सरकार किसानों को देश में गन्ने का सर्वाधिक भाव दे रही है। उन्होंने बताया कि जिला के 232 गांवों में गन्ने की पैदावार की जा रही है। चीनी मिल इस समय मुनाफे में है। किसानों और मिल प्रशासन की मेहनत की बदौलत मिल को तीन बार पुरस्कार मिल चुका है। उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने के लिये हर वर्ग को भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल प्रदेश को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिये प्रयासरत हैं। सरकार ने हाल ही में 26 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र दिये हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने खर्ची-पर्ची सिस्टम को खत्म करके मेरिट के आधार पर नौकरियां दी हंै। आने वाले समय में दो लाख युवाओं का नौकरियां दी जायेंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 33 हजार पंजीकृत समितियां है जिनसे 55 लाख लोग जुड़े हैं। सरकार हर वर्ग की भलाई के लिये वचनबद्ध है। हरियाणा शुगरफेड के अध्यक्ष धर्मबीर डागर ने इस मौके पर कहा कि मिल तकनीकी दक्षता के मामले में बेहतर परिणाम दे रही है। जिला का किसान काफी मेहनती है। किसानों से अपील की कि से मिल में साफ गन्ना लायें ताकि रिकवरी अच्छी हो सके। मिल ने पिछले सत्र में 49.34 लाख गन्ने की पिराई करके 4.90 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया था और मिल की रिकवरी 9.95 प्रतिशत रही थी। इस साल पिराई का लक्ष्य 50 लाख क्विंटल और रिकवरी 10.01 प्रतिशत रखा गया है। उन्होंने कहा कि ऑन लाईन टोकन से किसानों को समय की बचत हुई है। इस साल मिल एरिया में गन्ने की बिजाई 22658 एकड़ में की गई है जिसमेंं से 71 प्रतिशत अगेती और 29 प्रतिशत मध्यम किस्म का गन्ना है। मिल अब तक गन्ना रिकवरी व विकास के लिये 21 बार इनाम प्राप्त कर चुकी है। इस मौके पर तीन किसानों-कृष्ण खिराजपुर, नेत्रपाल दिलवाड़ा और सोहनलाल चोरपुरा को मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया। इससे पहले मिल में पहुंचने पर एमडी हितेंद्र कुमार ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। एमडी ने मिल की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। राजपाल लाठर द्वारा मुख्य अतिथि और आए हुए किसानों का धन्यवाद किया।
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केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने करीब 3 करोड़ रुपये की लागत से बनी भगवान परशुराम, अंतरिक्ष परी कल्पना चावला व डॉ. मंगलसेन की प्रतिमा का किया अनावरण
करनाल, (विसु)। केंद्रीय ऊर्जा, आवास एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने आज यहां जिला बाल कल्याण परिषद बाल भवन दो करोड़ रुपये की लागत से नगर निगम द्वारा बनाये गए बहुउदेशीय हॉल का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बाल भवन में बहुउद्देशीय हॉल के तैयार होने से सभी बच्चों को फायदा होगा। उन्होंने बताया कि बाल भवन के पुस्तकालय में पढ़ाई करके 107 बच्चे बिना पर्ची खर्ची से योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरी प्राप्त कर चुके हैं । हरियाणा में 10 वर्ष पहले बिना किसी सिफारिश के सरकारी नौकरी प्राप्त करना बहुत मुश्किल था लेकिन भाजपा सरकार ने योग्य युवाओं को बिना पर्ची खर्ची योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरी प्रदान की।
उन्होंने नवचयनित युवाओं से आह्वान किया कि वह ईमानदारी, बिना लालच नौकरी करके समाजसेवा करें। इसके उपरांत उन्होंने सभी नवचयनित युवाओं को सम्मानित किया। बता दें कि बहुउदेशीय हॉल में वर्चुअल क्लासरूम, फैशन डिजाइनिंग, मॉडल डे केयर सेंटर एवं विभिन्न गतिविधियों के लिए दो बड़े गतिविधि हॉल बनाये गया है। जिसकी सहायता से वहां पर सभी लडके-लडकियों मॉडर्न पुस्तकालयों का लाभ उठा रहे है और वहा पर सभी प्रतियोगिता पुस्तके, अखबार एवं सभी तरह की प्रतियोगिताओं से सम्बन्धित सामग्री का लाभ उठा रहे हैं। इन पुस्तकालयों में प्रति वर्ष लगभग 2000 लाभार्थी लाभ ले रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने भगवान परशुराम प्रतिमा का किया अनावरण
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने मुगल कैनाल स्थित पार्क में 27 लाख रुपये की कीमत से अष्टधातु से निर्मित 11 फूट ऊंची भगवान परशुराम की प्रतिमा का अनावरण कर पुष्प अर्पित किए। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम के बताए गए मार्ग को अपनाकर हम अपना जीवन सफल बना सकते हैं। इसके अलावा केन्द्रीय मंत्री मनोहर लाल ने अंतरिक्ष परी कल्पना चावला मेडिकल कालेज में 35 लाख रुपये की कीमत से कांस्य धातु से निर्मित 11 फूट ऊंची अंतरिक्ष परी कल्पना चावला की मूर्ति का भी अनावरण किया। अंतरिक्ष परी कल्पना चावला जैसी बेटियों की बदौलत आज विश्व में भारत की अलग पहचान है। अंतरिक्ष परी कल्पना चावला का जीवन सभी के लिए प्रेरणादायक है। भारत की इस बेटी ने कड़ी मेहनत करके अनेक डिग्रियां हासिल की है। उनकी विरासत आज भी युवाओं को आगे बढऩे के लिए प्रेरित करती है। केन्द्रीय शहरी आवास एवं ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने मंगलसेन परिसर में 32 लाख रुपये की कीमत से अष्टधातु से निर्मित डॉ.मंगलसेन की प्रतिमा का अनावरण किया। डॉ. मंगलसेन 1977 से 1979 तक हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री रहे। वह हरियाणा की राजनीति के भीष्म पितामह कहे जाते है। उन्होंने सदा स्वच्छ राजनीति को बढ़ावा दिया वे हिंदुत्व राष्ट्रवाद व भारतीय संस्कृति के वे सजग प्रहरी थे। उन्होंने कई बड़े शिक्षण संस्थान स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई उनका जीवन लोगों के लिए प्रेरणादायी हैं।
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बुजुर्ग आबादी को न केवल आर्थिक असुरक्षा बल्कि सामाजिक अलगाव का भी समाधान चाहिए।
भारत में पहले से कहीं ज़्यादा बुज़ुर्ग लोग हैं। उनमें से ज़्यादातर के पास सामाजिक सुरक्षा बहुत कम है और वे स्वास्थ्य सेवा का ख़र्च नहीं उठा सकते। जबकि सरकार उन्हें देखभाल प्रदान करने के लिए तैयार नहीं दिखती। इन चुनौतियों का सामना करने के लिए शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य, भोजन और आश्रय की बुनियादी ज़रूरतें, आय सुरक्षा और सामाजिक देखभाल की आवश्यकता है। बुज़ुर्ग जनसंख्या से जुड़ी अनेक योजनाएँ भी हैं, लेकिन लोग इनसे अनजान हैं या इनसे जुडना उन्हें बोझिल लगता है।
डॉ. सत्यवान सौरभ
देश के वरिष्ठ नागरिकों को विभिन्न समस्याओं और चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। बहुत से वरिष्ठ नागरिक गंभीर आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं। उनकी कोई नियमित आय नहीं है, पेंशन या सामाजिक सुरक्षा की योजनाओं तक उनकी पहुँच सुलभ नहीं है। बुजुर्गों की सामाजिक ज़रूरतें क्या हैं? ये ज़रूरतें सेहत के लिए ज़रूरी हैं, जिनमें परिवार और दोस्तों के साथ सम्बंध, सार्थक गतिविधियों में भागीदारी और स्वायत्तता और गरिमा का संरक्षण शामिल है। इन ज़रूरतों को सम्बोधित करना सिर्फ़ फ़ायदेमंद ही नहीं है; यह हमारी वृद्ध आबादी के स्वास्थ्य और ख़ुशी के लिए भी ज़रूरी है। वृद्धों की सामाजिक ज़रूरतों को पूरा करना एक नाज़ुक पौधे की देखभाल करने जैसा है। उन्हें खिलने के लिए सावधानीपूर्वक ध्यान, निरंतर देखभाल और पोषण देने वाले वातावरण की आवश्यकता होती है। आखिरकार, सामाजिक ज़रूरतें सिर्फ़ मानवीय संपर्क की बुनियादी ज़रूरतों से कहीं ज़्यादा हैं। वे किसी व्यक्ति के समग्र स्वास्थ्य का आधार बनती हैं, जो शारीरिक स्वास्थ्य और भावनात्मक स्थिरता दोनों को प्रभावित करती हैं।
बुजुर्गों (60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति) की संख्या 2011 में 100 मिलियन से बढ़कर 2036 में 230 मिलियन हो जाएगी। 2050 तक, बुजुर्गों की आबादी कुल आबादी का लगभग पाँचवाँ हिस्सा होने की उम्मीद है। इससे भारत में बुजुर्गों की आबादी का कल्याण एक आसन्न आवश्यकता बन जाती है। बुजुर्गों की आर्थिक कमज़ोरी जैसे कि अनौपचारिक क्षेत्र के बड़े कार्यबल में पेंशन कवरेज का अभाव है। (भारत में 80% से अधिक कार्यबल अनौपचारिक है) स्वास्थ्य सेवा की बढ़ती लागत और सीमित बचत वित्तीय चुनौतियों को बढ़ाती है। प्रवास और बदलती संरचनाओं के कारण परिवार की सहायता प्रणाली कमज़ोर हो रही है। पेंशन कवरेज का विस्तार करें, किफायती स्वास्थ्य बीमा शुरू करें (आयुष्मान भारत योजना का विस्तार सभी बुजुर्गों के लिए एक अच्छा क़दम है), वरिष्ठ नागरिकों के लिए निवेश विकल्प बनाएँ और रिवर्स मॉर्गेज को बढ़ावा दें।
वरिष्ठ नागरिक समाज में अलगाव की स्थिति से भी त्रस्त हैं। उनमें सामाजिक संपर्कों की कमी के कारण अकेलापन बना रहता है। उनको अपनी संपत्ति की सुरक्षा और अपने साथ होने वाले अपराधों से बचाव की भी ज़रूरत होती है। वरिष्ठ नागरिकों, खासकर अकेले रहने वाले व्यक्तियों, के साथ उनकी संपत्ति से जुड़े और उनके साथ होने वाले अपराधों के समाचार आते रहते हैं। संयुक्त परिवारों और प्रवास में कमी के कारण कई बुज़ुर्ग अकेले रह जाते हैं, जिससे अवसाद और चिंता होती है। सांस्कृतिक बदलावों ने अंतर-पीढ़ीगत सम्बंधों को भी प्रभावित किया है। बुजुर्गों के प्रति पारंपरिक सम्मान और श्रद्धा, जो कभी भारतीय समाज की आधारशिला हुआ करती थी, अब सूक्ष्म बदलावों से गुज़र रही है। बुज़ुर्ग महिलाएँ, ख़ास तौर पर विधवाएँ, अक्सर सामाजिक अलगाव के ज़्यादा गंभीर रूपों का सामना करती हैं। प्रौद्योगिकी के साथ चुनौतियाँ डिजिटल विभाजन बुजुर्गों को और अलग-थलग कर देता है। सामुदायिक जुड़ाव कार्यक्रम, वरिष्ठ क्लब, अंतर-पीढ़ी कार्यक्रम और स्वयंसेवा के अवसर हैं।
बुज़ुर्गों के कल्याण के लिए उपाय जैसे कि बुनियादी ढाँचा विकास, आयु-अनुकूल स्थान, सुलभ परिवहन और वृद्धावस्था स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदान करेगा, जिससे गतिशीलता, स्वतंत्रता और सामाजिक संपर्क में सुधार होगा। ऑनलाइन सेवाओं तक पहुँचने के लिए बुज़ुर्गों के लिए डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम। मानवीय संपर्क बनाए रखने के लिए टेलीमेडिसिन और आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली। सरकार, गैर सरकारी संगठनों (एजवेल फ़ाउंडेशन), निजी क्षेत्र और स्थानीय समुदायों के बीच सहयोग ज़रूरी है। धार्मिक संस्थाएँ सामाजिक और आध्यात्मिक सहायता प्रदान कर सकती हैं। अवसाद और चिंता से निपटने के लिए सुलभ परामर्श, सहायता समूह और गतिविधियाँ। पारिवारिक सहायता को मज़बूत करना और परामर्श और अंतर-पीढ़ी कार्यक्रमों के माध्यम से पारिवारिक बंधन को बढ़ावा देना। बहु-पीढ़ी के परिवारों के लिए प्रोत्साहन जैसे कि स्विट्जरलैंड की टाइम बैंक पहल की नकल। इस पहल के तहत, युवा पीढ़ी वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल करके ‘समय’ बचाना शुरू करती है। बाद में, वे बचाए गए ‘समय’ का उपयोग तब कर सकते हैं जब वे बूढ़े हो जाते हैं, बीमार हो जाते हैं या उन्हें किसी की ज़रूरत होती है जो उनकी देखभाल करे। इस पहल को भारतीय व्यवस्था में लागू किया जाना चाहिए। भारत को भविष्य में सेवानिवृत्ति की आयु को चरणबद्ध तरीके से बढ़ाना चाहिए ताकि युवा पीढ़ी के अवसरों को जोखिम में न डाला जा सके।
बुजुर्ग आबादी के लिए सरकारी योजनाएँ जैसे वृद्ध व्यक्तियों के लिए राष्ट्रीय नीति 2011, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना, राष्ट्रीय वयोश्री योजना, प्रधानमंत्री वय वंदना योजना, वरिष्ठ देखभाल एजिंग ग्रोथ इंजन पहल और पोर्टल इसे सुचारू और मज़बूत बनाएंगे। बुजुर्ग भारत अपने बुजुर्गों के लिए एक देखभाल करने वाला भारत भी हो सकता है। दोनों पहलुओं (वित्तीय और साथ ही सामाजिक कमजोरियों) को सम्बोधित करने वाली समावेशी, सुलभ और व्यापक कल्याण योजनाएँ बनाकर, भारत यह सुनिश्चित कर सकता है कि उसकी बुज़ुर्ग आबादी सम्मान, सुरक्षा और सामाजिक जुड़ाव के साथ आगे बढ़े। वृद्धों की सामाजिक ज़रूरतों को सम्बोधित करना उनके समग्र कल्याण के लिए महत्त्वपूर्ण है। चाहे वह सार्थक सम्बंधों को बढ़ावा देना हो, नियमित सामाजिक संपर्कों को प्रोत्साहित करना हो, स्वतंत्रता को बढ़ावा देना हो, या पेशेवर सहायता और सेवाएँ प्रदान करना हो, प्रत्येक तत्व सफल बुढ़ापे को सुनिश्चित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
जबकि सामाजिक अलगाव और सामाजिक भागीदारी में बाधाओं जैसी चुनौतियाँ मौजूद हैं, उन्हें व्यक्तिगत, पारिवारिक, सामुदायिक और पेशेवर सहायता से दूर किया जा सकता है। जैसा कि हम अपनी वृद्ध आबादी की सेवा करना जारी रखते हैं, आइए याद रखें कि उनकी सामाजिक ज़रूरतें उनकी शारीरिक ज़रूरतों जितनी ही महत्त्वपूर्ण हैं। आखिरकार, एक अच्छी तरह से जीया गया जीवन एक अच्छी तरह से जुड़ा हुआ जीवन है।
(लेखक कवि, स्वतंत्र पत्रकार एवं स्तंभकार, आकाशवाणी एवं टीवी पेनालिस्ट हैं)
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