पटना से दिल्ली तक फैला ‘साम्राज्य’
‘छोटे सरकार’ हैं अमीर
दीपक कुमार तिवारी
पटना । बिहार के मोकामा से पूर्व विधायक और बाहुबली नेता अनंत सिंह 16 अगस्त 2024 को जेल से रिहा हो गए। उन्हें अपने घर में AK-47 रखने के मामले में निचली अदालत ने 2022 में 10 साल की सजा सुनाई थी। लेकिन, पटना हाई कोर्ट ने बीते दिनों सबूतों के अभाव में उन्हें बरी कर दिया। जेल से बाहर आने पर अनंत सिंह का उनके समर्थकों ने जोरदार स्वागत किया। अनंत सिंह ने चार बार मोकामा से विधानसभा चुनाव जीता है। उन्हें अपने इलाके में ‘छोटे सरकार’ के नाम से जाना जाता है।
अनंत सिंह का जन्म बिहार के नदावन गांव में एक भूमिहार परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम चंद्रदीप सिंह था। उनके बड़े भाई दिलीप सिंह भी राजनेता हैं। अनंत सिंह की पत्नी का नाम नीलम देवी है। अनंत सिंह पर 38 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
अनंत सिंह ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 2005 में जेडीयू के टिकट पर मोकामा से विधानसभा चुनाव जीतकर की थी। 2010 में उन्होंने जेडीयू के टिकट पर ही दोबारा मोकामा सीट से जीत हासिल की। 2015 में उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा और जीते। 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने RJD के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।
2020 के चुनावी हलफनामे के अनुसार, अनंत सिंह की कुल संपत्ति 68 करोड़ 56 लाख 78 हजार 795 रुपये है। उन्होंने अपनी सालाना आय 8 लाख 86 हजार 143 रुपये घोषित की है। उनके पास 41 लाख रुपये से ज्यादा की बैंक बैलेंस है। उनके पास 4 करोड़ रुपये से ज्यादा के बॉन्ड और शेयर हैं। उनके और उनकी पत्नी के पास कुल 31 लाख रुपये से ज्यादा के सोने-चांदी के गहने हैं। उनके पास एक महिंद्रा स्कॉर्पियो कार है। उनकी पत्नी के पास एक इनोवा क्रिस्टा और एक फॉर्च्यूनर सिग्मा कार है।
पटना और बहरियारपुर में उनके और उनकी पत्नी के पास कुल मिलाकर 4 करोड़ रुपये से ज्यादा की कृषि योग्य जमीन है। उनके पास 18 करोड़ रुपये से ज्यादा की गैर-कृषि भूमि भी है। पटना में उनके नाम पर 23 करोड़ रुपये से ज्यादा की व्यावसायिक इमारतें हैं। दिल्ली और नदावन में उनके 3 करोड़ रुपये से ज्यादा के मकान हैं।
अनंत सिंह 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान 15 दिनों के पैरोल पर रिहा हुए थे। उस दौरान उन्होंने मुंगेर में जेडीयू नेता ललन सिंह के लिए प्रचार किया था। 2019 में अनंत सिंह के पैतृक घर पर छापेमारी के दौरान पुलिस को एक AK-47 राइफल, एक मैगजीन, जिंदा कारतूस और दो हथगोले बरामद हुए थे। इसी मामले में उन्हें 10 साल की सजा हुई थी।