किसान सम्मान दिवस पर कृषि गोष्ठी

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दिनाँक 23 दिसम्बर, 2024ः- मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा की अध्यक्षता में सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन ‘‘आत्मा‘‘ योजना अन्तर्गत माननीय स्व0 चौधरी चरण सिंह जी के जन्मदिवस के अवसर पर नुमाइश ग्राउंड, बिजनौर में किसान सम्मान दिवस के शुभ अवसर पर कृषि गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में गिरीश चन्द्र उप कृषि निदेशक, जसवीर सिंह तेवतिया जिला कृषि अधिकारी, मनोज रावत जिला कृषि रक्षा अधिकारी, जितेन्द्र कुमार गुप्ता लीड बैंक अधिकारी बिजनौर, लोकेश कुमार अग्रवाल मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, पी0एन0 सिंह जिला गन्ना अधिकारी, आर0एन0वर्मा जिला उद्यान अधिकारी, साजिद हुसैन मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य, डा0 के0के0सिंह कृषि वैज्ञानिक, डा0 पिन्टू कुमार कृषि वैज्ञानिक, डा0 प्रतिमा गुप्ता कृषि वैज्ञानिक एवं कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारियों तथा किसान सम्मान दिवस पर सम्मानित किये जाने वाले कृृषि विभाग, उद्यान विभाग, मत्स्य विभाग, गन्ना विभाग, पशुपालन, दुग्ध विभाग, कृषि विज्ञान केन्द्र एवं जनपद के समस्त विकास खण्डों से लगभग 1200 कृृषकोें द्वारा प्रतिभाग किया गया।
किसान सम्मान दिवस/कृषक गोष्ठी का मुख्य विकास अधिकारी द्वारा फीता काटकर उद्घाटन किया गया। किसान सम्मान दिवस के अवसर पर आयोजित कृषि गोष्ठी में कृषि से सम्बद्ध विभागों यथा कृषि, भूमि संरक्षण, जिला सहकारी बैंक, उद्यान, मत्स्य, गन्ना, पशुपालन, डेयरी, सहकारिता आदि विभागों द्वारा एवं निजी थोक विक्रेता तथा कंपनियों द्वारा उर्वरक, बीज एवं कृषि रक्षा रसायन की स्टॉल लगाई गयी। कृषि यंत्र, उर्वरक, खाद-बीज की निजी विक्रेताओं द्वारा 40 स्टॉल लगाई गयी।
मुख्य विकास अधिकारी ने स्व0 चौधरी चरण सिंह की विचारधारा एवं उनके आदर्शों को अपनाकर ही हम अपना व समाज का सुधार कर सकते हैं। किसानों को वर्तमान की आवश्यकता के अनुसार फसल पद्धति को अपनाने की आवश्यकता है। कृषक जैविक खेती को अपनाकर अधिक लाभ प्राप्त कर सकते है। वर्तमान में जो किसान जैविक खेती कर रहे हैं, उनकी आय में लगातार वृद्धि हो रही है। जैविक उत्पादों से स्वास्थ्य पर भी अच्छा प्रभाव पड़ रहा है एवं जमीन की उर्वरता क्षमता में बढ़ोत्तरी हो रही है। केन्द्र सरकार/राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ कृषकों तक पहुँचाने हेतु प्रशासन/कृषि विभाग कटिबद्ध है।
किसान सम्मान दिवस का संचालन ज्ञान सिंह विषय वस्तु विशेषज्ञ द्वारा किया गया। अपने संचालन के दौरान स्व0 चौधरी चरण सिंह जी द्वारा देश हित एवं कृृषक हित में किये गये कार्यो से किसान सम्मान दिवस में उपस्थित कृृषकों को अवगत कराया गया। किसान सम्मान दिवस के अवसर पर कृृषि व अन्य क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले कृृषि के 31, गन्ना विभाग के 12, उद्यान विभाग के 17, पशुपालन विभाग के 17, मत्स्य विभाग के 11, कृषि विज्ञान केन्द्र नगीना के 05 कुल 93 कृृषकों को मुख्य विकास अधिकारी महोदय द्वारा प्रमाण पत्र व शॉल उढ़ाकर सम्मानित किया गया साथ ही जनपद के 20 प्रगतिशील कृषकों को शॉल उढ़ाकर सम्मानित किया गया।
उप कृृषि निदेशक गिरीश चन्द द्वारा किसान सम्मान दिवस के अवसर पर अपने सम्बोधन में स्व0 चौधरी चरण सिंह जी के जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं का व्याख्यान किया गया। इनके द्वारा अवगत कराया गया कि महात्मा गांधी जी द्वारा प्रतिध्वनित आजादी की आवाज से चौधरी साहब के जीवन मंे हलचल पैदा कर दी और वह आजादी के आंदोलन मेें कूद पड़े। गांवों, खेतों, खलिहानांे में बैठकें करके अपना एक ऐसा समूह गठित किया, जिससे गरीब किसान एवं शोषित वर्ग उनके पीछे चल पड़े। आजादी के बाद प्रदेश सरकार के महत्वपूर्ण पदों एवं मंत्रालयों में रहकर सराहनीय कार्य किये। प्रदेश के कृृषि मंत्री एवं मुख्यमंत्री तथा भारत सरकार के प्रधानमंत्री के रूप में उनकी ख्याति आज भी विद्यमान है। साथ ही जनपद में कृषि विभाग में चल रही योजनाओं एवं देय अनुदान के विषय में विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी।
जिला कृषि अधिकारी जसवीर सिंह तेवतिया द्वारा स्व0 चौधरी चरण सिंह के जीवन पर प्रकाश डालते हुए अपील की गयी कि हमें चौधरी साहब के आदर्शो को आत्मसात करने की अत्यधिक आवश्यकता है। जिस प्रकार से चौधरी चरण सिंह एक गरीब परिवार से अपने परिश्रम, समाजसेवा, ईमानदारी व लगन से प्रधानमंत्री के सर्वोच्च पद तक पहुंचे, यह अपने आप में बहुत बड़ी बात है। चौधरी चरण सिंह अपने छोटे से छोटे सहयोगी का पूर्ण रूप से ख्याल रखते थे। साथ ही किसान सम्मान दिवस के अवसर पर आये किसान भाईयों को अवगत कराया कि स्व0 चौधरी चरण सिंह जी द्वारा लाया गया जमीदारी उन्मूलन कानून एक क्रान्तिकारी कदम था जिससे आज के किसानों को जमीदारों से मुक्ति, जमीदारी उन्मूलन की ही देन है। साथ ही जनपद में उपलब्ध कृषि निवेशों के विषय में विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी तथा कृषकों से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ उठाने हेतु अनुरोध किया गया, ताकि यदि कृषकों की फसलों में कोई नुकसान हो तो उसकी भरपाई हो सके।
जिला कृषि रक्षा अधिकारी मनोज रावत द्वारा फसलों को कीट/रोग से बचाव हेतु तकनीकी जानकारी देते हुए फसलों के मानक के अनुरूप कृषि रक्षा रसायनों को प्रयोग करने की सलाह दी गयी।
डा0 के0के0 सिंह कृषि वैज्ञानिक गोष्ठी में आये किसान से रबी फसलों की सही प्रजाति का चयन, समय से बुवाई, बीज शोधन, संतुलित उर्वरक व समय से सिंचाई कर अधिक उत्पादन प्राप्त करने के विषय में तकनीकी जानकारी दी गयी। डा0 पिन्टू कुमार द्वारा गोष्ठी में आये कृषकों को तिलहन, दलहन फसलों यथा राई/सरसों, तोरिया, मसूर, चना, अरहर आदि के विषय में विस्तृत जानकारी देते हुए अवगत कराया गया कि कृषक भाई इन फसलों की बुवाई कर कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त कर अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं।
कृषि विज्ञान केन्द्र की वैज्ञानिक श्रीमती प्रतिमा गुप्ता द्वारा औद्यानिक फसलों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। स्ट्रॉबेरी, अमरूद, ड्रैगन फ्रूट की खेती की तकनीकी जानकारी से कृषकों को अवगत कराया गया।
जनपद के प्रगतिशील कृषक श्री विजय पाल सिंह जी द्वारा स्व0 चौधरी चरण सिंह जी के जीवन परिचय पर विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए अपेक्षा की गयी कि स्व0 चौधरी साहब जी के पद-चिन्हों पर चलकर कृषक हित में कार्य करने की सलाह दी।
अंत में कार्यक्रम का संचालन कर रहे हरज्ञान सिंह जी द्वारा जनपद के दूर-दराज क्षेत्रों से आये हुए सभी कृषकों/जनप्रतिनिधियों/अधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम के समापन की घोषणा की।

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