नोएडा सहारा मीडिया में बकाया वेतन को लेकर सहाराकर्मी धरने पर बैठ गये हैं। सूत्रों के अनुसार सहारा मीडिया के कर्मचारियों ने पहले स्थानीय प्रबंधन से बातचीत की पर जब संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो वे सहारा परिसर में ही धरने पर बैठ गये। पता चला है कि धरने पर बैठने पर भी कोई अधिकारी कर्मचारियों से मिलने नहीं आया तो वे बहुत आक्रोशित देखे जा रहे हैं। कर्मचारियों में सहारा प्रबंधन के प्रति इतना आक्रोश है कि वह आंदोलन को तेज करने की चेतावनी दे रहे हैं।
दरअसल सहारा मीडिया में कर्मचारियों का एक-एक साल से अधिक का बकाया वेतन हो गया है। आज की तारीख में वेतन कई-कई महीने में मिल रहा है। जब 18 तारीख होने पर भी सहारा मीडिया में वेतन नही मिला है तो मीडियाकर्मी धरने पर बैठ गये हैं। सहारा मीडिया में यह स्थिति 2014 से है। 2015 -16 में भी सहारा मीडिया में प्रोटेस्ट हुआ था। उस समय सहारा मीडिया के सीईओ राजेश कुमार थे। उसके बाद जब उपेंद्र राय को सहारा मीडिया की कमान सौंपी गई थी तो उन्होंने एक माह का वेतन दिलवाकर प्रोटेस्ट खत्म करवा दिया था।
उस समय न केवल नोएडा बल्कि, लखनऊ, पटना, देहरादून, वाराणसी, गोरखपुर लगभग सभी जगह सहारा मीडिया में आंदोलन हुआ था। बाद में जब सहारा मीडिया में कई महीने तक वेतन नहीं मिला तो उपेंद्र राय ने कर्मचारियों से यह कहकर सहारा मीडिया को अलविदा कह दिया था कि वह अपने घर से भी बहुत पैसा सहारा में लगा चुके हैं। सहारा श्री उनको पैसा नहीं दे रहे हैं तो वह कहां से पैसा दें। आज की तारीफ में फिर से उपेंद्र राय सहारा मीडिया हेड हैं और फिर से सहारा मीडिया में आंदोलन शुरू हो गया है।