सरकारी स्कूल में पांचवीं और आठवीं कक्षा की परीक्षा आरंभ
1 से चार और छह तथा सात कक्षा की परीक्षा 21 मार्च से
राजगीर। सोमवार से प्रखंड के सरकारी स्कूलों में वार्षिक परीक्षा शुरू हो गई है। पहले दिन पांचवी और आठवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं की परीक्षा हुई। यह परीक्षा 21 मार्च तक चलेगी। कक्षा एक से चार और कक्षा छह, सात की परीक्षा वार्षिक परीक्षा 21 मार्च से 28 मार्च तक चलेगी। इस परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन अपने स्कूल के शिक्षक नहीं, बल्कि दूसरे स्कूल के शिक्षक करेंगे। सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से आठवीं तक की वार्षिक परीक्षा निर्धारित तिथियों के अनुसार शुरू हो गई है। पिछले वर्ष की तरह इस बार भी वार्षिक परीक्षा तो अपने स्कूल में ही ली जाएगी। लेकिन उत्तरपुस्तिकाओं की जांच बगल के स्कूल के शिक्षक करेंगे। कॉपियों की जांच अगल-बगल के स्कूल के शिक्षक होंगे। विभागीय निर्देश अनुसार इससे उत्तर पुस्तिकाओं की जांच में पारदर्शिता आएगी। बच्चों के मेधा का सही मूल्यांकन भी किया जा सकेगा। कक्षा एक से आठवीं तक के वार्षिक परीक्षा का परिणाम 31 मार्च तक हर हाल में जारी करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। आदेश में कहा गया है कि बच्चों को परीक्षा का परिणाम अभिभावक – शिक्षक संगोष्ठी में जारी किया जाएगा। ताकि अभिभावक भी अपने बच्चों के मूल्यांकन की जानकारी प्राप्त कर सकें। इस दौर यदि कोई शिकायत होगी तो अभिभावक शिक्षक के सामने अपना पक्ष खुलकर रख सकते हैं। शिक्षक अभिभावकों की बातों पर अमल करेंगे और सुधार करेंगे।
सीबीएसई बोर्ड की तरह बच्चों की मिलेगी ग्रेडिंग
पिछले साल की तरह इस साल भी बच्चों को अंक न देकर ग्रेडिंग दी जाएगी। 81 से 100 प्रतिशत तक अंक लाने वाले बच्चों को ए ग्रेड की श्रेणी में रखा जाएगा। वही 61 से 80 प्रतिशत तक अंक लाने वाले बच्चों को बी ग्रेड, 41 से 60 प्रतिशत अंक लाने वालों को सी ग्रेड और 33 से 40 फीसदी अंक लाने वाले बच्चों को डी ग्रेट दिया जाएगा। ई ग्रेड वाले बच्चों को पढ़ाई में बहुत कमजोर माना जाएगा। एचएम रामाधीन पासवान और एचएम कुमार रामाधीन के अनुसार जो बच्चे पढ़ाई में कमजोर हैं या ई ग्रेड मिला है। उनके लिए स्कूल में विशेष कक्षा आयोजित की जाएगी। इसमें पढ़ाई में कमजोर डी और ई ग्रेड के बच्चों को विशेष कोचिंग दी जाएगी।