नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर, जो 7 मई 2025 को भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर की गई एयरस्ट्राइक का कोडनेम था, के बाद भारतीय जनता का रुख व्यापक रूप से सकारात्मक और देशभक्ति से ओतप्रोत रहा। यह ऑपरेशन 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर हिंदू पुरुष थे, जिससे कई महिलाओं का सुहाग उजड़ा। इस हमले ने देशभर में आक्रोश पैदा किया था, और ऑपरेशन सिंदूर को इस बर्बरता के खिलाफ एक मजबूत और प्रतीकात्मक जवाब के रूप में देखा गया।
भारतीय जनता का रुख
देशभक्ति और गर्व का माहौल : ऑपरेशन सिंदूर की खबर फैलते ही देशभर में खुशी और गर्व की लहर दौड़ गई। जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर, राजस्थान के बाड़मेर, और अन्य क्षेत्रों में लोगों ने ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम’, और ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए। स्थानीय लोग इसे पाकिस्तान को “घर में घुसकर मारा” वाला जवाब मान रहे थे।
सोशल मीडिया पर #OperationSindoor ट्रेंड करने लगा, जहां लोगों ने भारतीय सेना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की। कई नागरिकों ने इसे आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति का प्रमाण बताया।
सोशल मीडिया पर #OperationSindoor ट्रेंड करने लगा, जहां लोगों ने भारतीय सेना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की। कई नागरिकों ने इसे आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति का प्रमाण बताया।
सेना के प्रति समर्थन
जनता ने भारतीय सेना के साहस और रणनीति की जमकर सराहना की। अखनूर में लोगों ने सैनिकों को जरूरी सामान पहुंचाने की पेशकश की, और देशभर में सेना के साथ एकजुटता दिखाई।
बाड़मेर, राजस्थान के एक स्थानीय निवासी शकूर खान ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं कि हमने बदला लिया। हम भारतीय सेना के साथ हैं। हम भारत के लिए लड़ने को तैयार हैं।”
बाड़मेर, राजस्थान के एक स्थानीय निवासी शकूर खान ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं कि हमने बदला लिया। हम भारतीय सेना के साथ हैं। हम भारत के लिए लड़ने को तैयार हैं।”
प्रतीकात्मक और भावनात्मक महत्व:
ऑपरेशन का नाम “सिंदूर” भारतीय संस्कृति में विवाहित महिलाओं के मंगलसूत्र का प्रतीक है, और इसे पहलगाम हमले में विधवा हुई महिलाओं के प्रति सम्मान और उनके आंसुओं का बदला लेने के संदेश के रूप में देखा गया। इसने जनता में गहरी भावनात्मक प्रतिक्रिया पैदा की।
दिल्ली हज कमेटी की अध्यक्ष कौसर जहां ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि इस बार आतंकियों को कल्पना से परे सजा दी जाएगी… ऑपरेशन सिंदूर ने दिखाया कि यह नया भारत है जो किसी को नहीं छोड़ेगा।”
दिल्ली हज कमेटी की अध्यक्ष कौसर जहां ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि इस बार आतंकियों को कल्पना से परे सजा दी जाएगी… ऑपरेशन सिंदूर ने दिखाया कि यह नया भारत है जो किसी को नहीं छोड़ेगा।”
राजनीतिक एकता:
ऑपरेशन सिंदूर को पक्ष और विपक्ष दोनों से समर्थन मिला। बीजेपी नेताओं ने इसे ऐतिहासिक
और आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम बताया, जबकि विपक्षी नेताओं जैसे राहुल गांधी, जयराम रमेश (कांग्रेस), संजय सिंह (आप), और लालू प्रसाद यादव (RJD) ने भी सेना की कार्रवाई की सराहना की।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, “पाकिस्तान और PoK में आतंकवाद के सभी स्रोतों का पूरी तरह सफाया किया जाना चाहिए… यह समय एकता और एकजुटता का है।”
बॉलीवुड और सांस्कृतिक क्षेत्र से प्रतिक्रियाएं
बॉलीवुड और भोजपुरी सितारों जैसे अक्षय कुमार, रितेश देशमुख, अनुपम खेर, और मालिनी अवस्थी ने ऑपरेशन की तारीफ की। मालिनी अवस्थी ने लिखा, “बहनों-बेटियों का सिंदूर उजाड़ने के बाद कहा गया था ‘मोदी को बता देना’… अब जवाब दिया जा रहा है, ‘ऑपरेशन सिंदूर’।
यह सांस्कृतिक समुदाय के बीच भी गर्व और एकता का प्रतीक बना।
यह सांस्कृतिक समुदाय के बीच भी गर्व और एकता का प्रतीक बना।
कुछ चिंताएं
कुछ लोगों ने भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर चिंता जताई। बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने कहा, “देश युद्ध में है और हम सभी चिंतित हैं। हमारी सेना हमारी रक्षा करती है, भगवान उनकी रक्षा करे। उत्तरी क्षेत्रों में कई उड़ानें रद्द होने और श्रीनगर जैसे हवाई अड्डों को बंद करने से कुछ नागरिकों में तनाव की भावना भी देखी गई।