चरण सिंह
यह हो क्या रहा है देश में ? जिस तरह एयर इंडिया की फ्लाइट्स को धमकी दी जा रही है। नेताओं को धमकाया जा रहा है। ऐसा लग रहा है कि जैसे टपोरी गिरी व्यवस्था पर हावी हो रही है। चाहे एनसीपी बाबा सिद्दीकी की हत्या का मामला हो, बॉलीवुड स्टार सलमान खान को जान से मारने की धमकी मिलने का मामला हो, पप्पू यादव को धमकाया गया हो, जीशान सिद्दीकी और सलमान को खान को फिर से जान से मारने की धमकी मिली हो या फिर अब केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को धमकी दी गई हो। ये सभी मामले कहीं न कहीं खुफिया एजेंसियों, पुलिस और सरकारें का मखौल उड़ाती प्रतीत हो रही है। इन सभी मामलों में भले ही पुलिस ने तमाम युवाओं को गिरफ्तार किया हो पर अभी तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा गया है। क्या ये आरोपी ढुलमुल कानून व्यवस्था फायदा उठा रहे हैं ?क्या यह मजाक है ? क्या इस तरह की मजाक की जा सकती है ? कहीं ऐसा तो नहीं कि इन युवाओं के पीछे कोई बड़ी ताकत काम कर रही हो ? ऐसे में यह तो कहा जा सकता है कि आम आदमी क्या सुरक्षित होगा जब प्रभावशाली लोगों को भी धमकी मिल रही है।
यह अपने आप में दिलचस्प है कि एक ओर भारत दुनिया में अपने वजूद का डंका बजाने का दावा कर रहा है और दूसरी ओर गली-मोहल्ले के लड़कों के फिल्म स्टार और जाने माने नेताओं को जान से मारने की धमकी देने की बात सामने आ रही है। प्रश्न उठता है कि क्या इन युवाओं की इन लोगों को धमकी देने की हैसियत है ? क्या इन युवाओं के पीछे कोई बड़ी ताकत काम कर ही है ? पप्पू यादव को जो धमकी दी गई है कि उसमें यह बात सामने निकलकर आ ही है कि धमकी देने वाला व्यक्ति पप्पू यादव से कह रहा है कि कच्चा चबा जाऊंगा। अकड़ कम ना हो रही तेरी। भाई से बात कराने के लिए तुम्हें फोन कराया गया पर तुमने नहीं उठाया है। कहा जा रहा है कि तुम्हें पता है कि 10 मिनट तक जेल का जैमर बंद कराया गया। एक मिनट जैमर बंद कराने की कीमत एक लाख रुपये है मतलब दस लाख रुपये लगे। तो क्या जेल से लॉरेंस किसी से भी बात कर सकता है ?
ये अपने आप में सरकार पर सवाल पैदा करने वाला मामला है कि जेल से एक टीवी चैनल ने लॉरेंस बिश्नोई का इंटरव्यू ले लिया। अब जब मामले को लेकर बवाल मचा तब जाकर जांच बैठी। किसी खुफिया एजेंसी और सरकार को इस बात से कोई असर नहीं पड़ रहा था आखिरकार एक चैनल से लॉरेंस बिश्नोई की बात कैसे हो गई ? कैसे उसे मोबाइल दिया गया ? कैसे वह जूम लिंक के माध्यम से इंटरव्यू लेने वाले टीवी चैनल से जुड़ा ? ऐसे तो जेल में बैठे बदमाश जिसका चाहेंगे मर्डर करा देंगे। जिसे चाहेंगे उसको जान से मारने की धमकी दे देंगे। ऐसे तो कोई आतंकी संगठन भी कुछ भी कर जाएगा। यह कैसा माहौल देश में बना दिया गया है कि हिन्दुओं का एक बड़ा तबका लॉरेंस बिश्नोई को नायक की भूमिका में दिखा रहा है।
यह अपने आप में दिलचस्प है कि एक ओर भारत दुनिया में अपने वजूद का डंका बजाने का दावा कर रहा है और दूसरी ओर गली-मोहल्ले के लड़कों के फिल्म स्टार और जाने माने नेताओं को जान से मारने की धमकी देने की बात सामने आ रही है। प्रश्न उठता है कि क्या इन युवाओं की इन लोगों को धमकी देने की हैसियत है ? क्या इन युवाओं के पीछे कोई बड़ी ताकत काम कर ही है ? पप्पू यादव को जो धमकी दी गई है कि उसमें यह बात सामने निकलकर आ ही है कि धमकी देने वाला व्यक्ति पप्पू यादव से कह रहा है कि कच्चा चबा जाऊंगा। अकड़ कम ना हो रही तेरी। भाई से बात कराने के लिए तुम्हें फोन कराया गया पर तुमने नहीं उठाया है। कहा जा रहा है कि तुम्हें पता है कि 10 मिनट तक जेल का जैमर बंद कराया गया। एक मिनट जैमर बंद कराने की कीमत एक लाख रुपये है मतलब दस लाख रुपये लगे। तो क्या जेल से लॉरेंस किसी से भी बात कर सकता है ?
ये अपने आप में सरकार पर सवाल पैदा करने वाला मामला है कि जेल से एक टीवी चैनल ने लॉरेंस बिश्नोई का इंटरव्यू ले लिया। अब जब मामले को लेकर बवाल मचा तब जाकर जांच बैठी। किसी खुफिया एजेंसी और सरकार को इस बात से कोई असर नहीं पड़ रहा था आखिरकार एक चैनल से लॉरेंस बिश्नोई की बात कैसे हो गई ? कैसे उसे मोबाइल दिया गया ? कैसे वह जूम लिंक के माध्यम से इंटरव्यू लेने वाले टीवी चैनल से जुड़ा ? ऐसे तो जेल में बैठे बदमाश जिसका चाहेंगे मर्डर करा देंगे। जिसे चाहेंगे उसको जान से मारने की धमकी दे देंगे। ऐसे तो कोई आतंकी संगठन भी कुछ भी कर जाएगा। यह कैसा माहौल देश में बना दिया गया है कि हिन्दुओं का एक बड़ा तबका लॉरेंस बिश्नोई को नायक की भूमिका में दिखा रहा है।