Purbo Diganta Foundation की समाजसेवा की दिशा में एक प्रतिबद्ध पहल, शिक्षा एवं कौशल विकास के माध्यम से लोगों को बना रही है आत्म निर्भर
Purbo Diganta Foundation (PDF) एक सामाजिक संस्था है, जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों को आत्मनिर्भर बनाना और शिक्षा, संस्कृति तथा कौशल विकास के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना है। यह संस्था न केवल आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को सशक्त करने का कार्य करती है, बल्कि ‘हर एक योगदान मायने रखता है’ के सिद्धांत पर चलकर समाज के हर वर्ग को जोड़ने का प्रयास करती है। संस्था के चेयरमैन शुभाशीष गुप्ता से न्यूज़ 15 ने विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की, पेश है कुछ अंश
Purbo Diganta Foundation की स्थापना का मुख्य उद्देश्य क्या था, और यह समाज में किस प्रकार का परिवर्तन लाना चाहता है?
Purbo Diganta Foundation की स्थापना का मुख्य उद्देश्य लोगों को आत्मनिर्भर बनाना है। यह संस्था लोगों को कौशल प्रदान कर न केवल उनकी शिक्षा पूरी करवाने में मदद करती है, बल्कि उन्हें रोजगार दिलाने में भी सहयोग करती है।
शिक्षा और संस्कृति के माध्यम से समुदायों को सशक्त बनाने के लिए आपकी कौन-कौन सी प्रमुख पहलें रही हैं?
• पिछले तीन वर्षों से हम L1 स्किल सेंटर चला रहे हैं, और अब L2 स्किल सेंटर की शुरुआत हो रही है, जिसमें होम केयर, ब्यूटीशियन, मोबाइल रिपेयरिंग, ड्राइविंग आदि जैसे व्यावसायिक कौशल सिखाए जाएंगे।
• पिछले 7 वर्षों से हम BPL वर्ग के छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान कर रहे हैं और हर साल कक्षा 10वीं व 12वीं में श्रेष्ठ अंक लाने वाले छात्रों को ‘Merit Award’ के माध्यम से सम्मानित करते हैं।
• “Matri Rupen Sansthita” नामक अखिल भारतीय संगीत कार्यक्रम के माध्यम से हम सांस्कृतिक कौशल को भी बढ़ावा दे रहे हैं। यह इसका 7वां वर्ष है।
• ‘Food@52’ कार्यक्रम के तहत हमारे स्किल सेंटर के बच्चों को पौष्टिक भोजन दिया जाता है।
• ‘Edu@7.5’ कार्यक्रम के तहत बच्चों को स्कूल की यूनिफॉर्म और स्टेशनरी दी जाती है।
• इसके अलावा भी समाज सेवा से जुड़े अनेक कार्यक्रम PDF द्वारा चलाए जा रहे हैं।
‘Giving back to society’ के सिद्धांत का वास्तविक जीवन में क्या अर्थ है, और यह आपके कार्यों में कैसे परिलक्षित होता है?
हमारी टैगलाइन के अनुसार, हम अधिक से अधिक लोगों को जोड़कर समाज के लिए कार्य करना चाहते हैं। हमारा मानना है कि हर व्यक्ति अपनी क्षमता के अनुसार योगदान दे सकता है, जरूरत केवल एक माध्यम की होती है। Purbo Diganta Foundation वह माध्यम बनकर जरूरतमंदों तक मदद पहुँचाता है। हमारा उद्देश्य है — “हर एक योगदान मायने रखता है।
आपकी सांस्कृतिक और शैक्षिक गतिविधियों का समाज पर क्या प्रभाव पड़ा है?
PDF की पहल के कारण कई बच्चों, विशेषकर लड़कियों ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा में शानदार प्रदर्शन किया है। NCR के बाहर की संस्थाएं भी अब PDF के साथ मिलकर काम कर रही हैं। सरकारी संस्थाओं द्वारा भी हमें आमंत्रित किया गया है ताकि हम उनके साथ मिलकर सामाजिक उत्थान की यात्रा को साझा कर सकें।
Merit Award Program’ के माध्यम से आप छात्रों को कैसे प्रोत्साहित करते हैं, और इस कार्यक्रम का उद्देश्य क्या है?
इस कार्यक्रम के माध्यम से हम आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मेधावी छात्रों को सम्मानित कर उन्हें पढ़ाई के लिए प्रेरित करते हैं और उन्हें कौशल विकास के कार्यक्रमों से जोड़ते हैं, जिससे वे भविष्य में आत्मनिर्भर बन सकें।
‘Foundation Day’ जैसे आयोजनों के माध्यम से आप समुदाय में एकता और जागरूकता कैसे बढ़ाते हैं?
PDF का ‘Foundation Day’ दिल्ली-एनसीआर में अत्यंत प्रतीक्षित कार्यक्रम होता है। इस अवसर पर विभिन्न वर्गों के लोग एकत्र होकर या तो आर्थिक सहायता करते हैं या स्वयंसेवक बनकर हमारे प्रयासों में सहभागी बनते हैं। इस वर्ष हमारा लक्ष्य है कि हम 6 अन्य NGOs के साथ मिलकर काम करें।
‘Matri Rupen Sansthita’ जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन क्यों महत्वपूर्ण है, और यह किस प्रकार समाज को जोड़ता है?
इस अखिल भारतीय सांस्कृतिक आयोजन के माध्यम से हम न केवल संगीत और कला को बढ़ावा देते हैं, बल्कि विभिन्न राज्यों व समुदायों के लोगों को एक साझा मंच प्रदान कर सामाजिक एकता को सशक्त बनाते हैं।
शिक्षा और संस्कृति के प्रचार में आने वाली प्रमुख चुनौतियाँ क्या हैं, और आप उन्हें कैसे संबोधित करते हैं?
चुनौतियाँ हमारी यात्रा का हिस्सा हैं और यही हमें मजबूत बनाती हैं। हमारा विश्वास है कि “हम बस अपना काम करते रहें, काम ही हमारी पहचान बनता है।” पहले जो लोग साथ नहीं थे, आज वे हमारे साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं।
Purbo Diganta Foundation के लिए भविष्य में कौन-कौन सी नई पहलों की योजना बनाई जा रही है?
हम निकट भविष्य में L2 स्किल सेंटर को पूरे NCR और उसके बाहर भी फैलाने की योजना बना रहे हैं। साथ ही, हम एक मोबाइल ऐप लॉन्च करने जा रहे हैं, जिससे अधिक लोग PDF से जुड़ सकें।
समाज के विभिन्न वर्गों को जोड़ने और सशक्त बनाने के लिए आपकी कौन-कौन सी नई रणनीतियाँ होंगी?
हमारी रणनीति सरल है,अधिक से अधिक लोगों को जोड़ना, उनके योगदान को एक मंच देना और PDF को एक ऐसा माध्यम बनाना जो समाज को बेहतर दिशा में ले जाए।