-राज्य के सहकारिता मॉडल का किया अध्ययन
-सेवा क्षेत्र की सहकारी समितियों से प्रेरणा लेकर बिहार में नई योजनाएं लाने की संभावना
पटना। दीपक कुमार तिवारी।
बिहार के सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार 19 अप्रैल से 22 अप्रैल तक केरल राज्य के चार दिवसीय अध्ययन दौरे पर हैं। इस दौरे का उद्देश्य केरल के सफल सहकारिता मॉडल का अध्ययन कर बिहार में उसे लागू करने की संभावनाओं की तलाश करना है।
इस अध्ययन यात्रा में सहकारिता मंत्री के साथ सहकारिता विभाग के सचिव धर्मेन्द्र सिंह, अपर सचिव अभय कुमार सिंह, बिहार राज्य सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक मनोज कुमार सिंह एवं सलाहकार अनादी शंकर भी शामिल हैं।
मुन्नार के सहकारी होटल और बैंक का दौरा:
रविवार को प्रतिनिधिमंडल ने मुन्नार स्थित टी एंड यू लीज़र होटल का दौरा किया, जिसे मुन्नार सर्विस कोऑपरेटिव बैंक द्वारा 29.50 करोड़ रुपये की लागत से बनवाया गया है। एक एकड़ क्षेत्र में बने इस होटल में 34 प्रीमियर कमरे, 2 आधुनिक कॉन्फ्रेंस हॉल, 100 सीटों वाला रेस्टोरेंट, कॉफी शॉप और मसाला शॉप शामिल हैं। यह होटल स्थानीय 72 लोगों को रोजगार भी प्रदान कर रहा है।
इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने मुन्नार सर्विस कोऑपरेटिव बैंक का भी निरीक्षण किया, जो वर्ष 1988 में स्थापित हुआ था। बैंक ने अब तक 63.51 करोड़ रुपये का ऋण वितरण किया है और 72.70 करोड़ रुपये की जमा राशि दर्ज की गई है।
बिहार में सहकारिता के नए आयाम की तैयारी:
डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि केरल के सहकारी मॉडल से प्रेरित होकर गया और राजगीर जैसे पर्यटक स्थलों पर इस प्रकार की परियोजनाएं प्रारंभ की जा सकती हैं। उन्होंने कहा, “ऐसे सहकारी होटल्स से न केवल पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।” मंत्री ने जोर देकर कहा कि बिहार के सहकारी तंत्र को बहुआयामी और नवाचारी बनाने की दिशा में यह यात्रा एक महत्वपूर्ण कदम है।