चरण सिंह
होली के अवसर पर अक्सर देवर भाभी की ठिठोली की बात होने लगती है। बिहार में तो विधान परिषद् में ही देवर भाभी की भिड़ंत हो गई। राबड़ी देवी ने यह क्या कहा कि सरकार में कोई काम नहीं हो रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी भाभी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से भिड़ बैठे। नीतीश कुमार ने उठकर राबड़ी देवी का विरोध किया और कहा कि हमने ही तो महिलाओं के लिए काम किया है। तुम्हारे राज में तो महिलाएं शाम को घर से ही नहीं निकल पाती थीं।
दरअसल विधान परिषद् में राबड़ी देवी और नीतीश कुमार के बीच में तीखी बहस देखने को मिली। राबड़ी देवी ने पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश कुमार पर महिलाओं को अपमानित करने के आरोप लगा दिया। उन्होंने नीतीश कुमार को भंगेड़ी तक बोल दिया।
राबड़ी देवी का कहना था कि नीतीश कुमार को चार लोग उकसा रहे हैं। उन्होंने बाकायदा ललन सिंह, संजय झा, अशोक चौधरी और विजय चौधरी का नाम तक ले दिया। राबड़ी देवी नीतीश कुमार पर इतनी नाराज थी कि उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए यहां तक कह दिया कि क्या मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के घर की महिलाएं 2005 से पहले कपड़े नहीं पहनती थी।
दरअसल नीतीश कुमार की भाषा आजकल तीखी देखी जा रही है। वह एकदम ग़ुस्से में हैं। एकदम रिएक्ट कर देते हैं। राबड़ी देवी रिश्ते में उनकी भाभी लगती हैं। राबड़ी देवी भी नीतीश कुमार को देवर मानती हैं। नीतीश कुमार लालू प्रसाद को बड़ा भाई मानते हैं और लालू नीतीश कुमार को छोटा भाई। आजकल नीतीश कुमार बीजेपी के दबाव में देखे जा रहे हैं। राबड़ी देवी ने भी यह बोला है कि नीतीश कुमार के पास कोई पावर नहीं है। उनकी पावर आरएसएस और बीजेपी के पास है। माना यह जा रहा है कि यदि एनडीए में नीतीश कुमार को उनके अनुसार सीटें नहीं मिली तो वह एनडीए से अलग भी हो सकते हैं। हालांकि वह बात दूसरी है कि वह यह भी बोल रहे हैं कि कहीं नहीं जाने जा रहे हैं।
नीतीश कुमार के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता वह तो यह कहते थे कि मर जाएंगे पर बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे। माना यह भी जा रहा है कि यदि नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया तो वह कुछ भी कर सकते हैं। पर जिस तरह की उनकी बॉडी लैंग्वेज है उसके अनुसार से कहा जा सकता है कि नीतीश कुमार बीजेपी के दबाव में है।