पशुपालन विभाग द्वारा मेरे पंचायत में जागरूकता अभियान चलाया गया है इसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद : मुखिया रंजन वर्मा
पश्चिम चंपारण/बिट्टू कुमार, बेतिया। चनपटिया प्रखंड के बेलवा पंचायत के गंडक कॉलोनी में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के निर्देशन पर पशुपालन एवं पशु कल्याण जागरूकता अभियान के तहत एक दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस जागरूकता शिविर का उद्घाटन मुख्य अतिथि चनपटिया विधायक उमाकांत सिंह, जिला पशुपालन पदाधिकारी रामचंद्र कुमार रवि, स्थानीय मुखिया रंजन वर्मा, भाजपा मंडल अध्यक्ष संजय राय, डॉक्टर अशोक कुमार, डॉक्टर अवध किशोर सिन्हा के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। वही जिला पशुपालन पदाधिकारी रामचंद्र कुमार रवि ने भाजपा के चनपटिया विधायक मुख्य अतिथि का स्वागत पुष्प गुच्छ भेंट कर किया। उद्घाटन सत्र के दौरान अपने संबोधन में पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि इस पशुपालन एवं पशु कल्याण जागरूकता अभियान के तहत इस शिविर का आयोजन किया गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा पशुपालकों को बिहार सरकार द्वारा चलाए जा रहे पशु कल्याण योजनाओं के बारे में जानकारी दी जा सके। इस शिविर के माध्यम से पशुपालक बहुत सारी योजनाओं के बारे में जानकारी ले सकते हैं। पशुपालन एवं पशु कल्याण के लिए बहुत सारी ऐसी योजनाएं चलाई जा रहीं हैं। जो पशुपालकों को जानकारी ही नहीं है। पशुपालक जानकारी एवं अच्छे नस्ल कि गाय, भैंस एवं बकरी रखकर अपनी आय को दुगना कर सकते हैं।चनपटिया विधायक उमाकांत सिंह ने कहा कि इस शिविर के आयोजन से ज्यादा से ज्यादा किसान और पशुपालक बहुत सारी जानकारियां ले सकते हैं। और अच्छे नस्ल का गाय, भैंस, सुअर तथा बकरी पाल सकते हैं। जिस पर सरकार द्वारा अनुदान दिया जा रहा है। एक समय ऐसा था जब गाय भैंस में होने वाले बीमारियों का इलाज ही नहीं था। जिससे अधिकतर गाय असमय मर जाती थीं। लेकिन आज प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री द्वारा पशुपालन एवं पशु कल्याण पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। और कई तरह के कल्याणकारी योजनाएं भी चलाई जा रही है। आज किसान पशुपालन करने से अपना मुंह मोड़ रहा है। पशुपालन करने से एक तो अपने शरीर का संपूर्ण संचालन होता है जिससे शरीर स्वस्थ रहता है दूसरा दूध दही, घी से किसानों को होने वाले आए में अप्रत्याशित बढ़ोतरी होती है। आज सरकार द्वारा इतना अधिक सुविधाएं दी जा रही हैं। जिसका भरपूर लाभ उठाने की जरूरत है। पशुपालन विभाग द्वारा जारी किए गए 1962 टोल फ्री नंबर पर पशुपालक फोन कर अपने दरवाजे पर वेटरनरी यूनिट वैन को बुलाकर अपने मवेशियों का निशुल्क ईलाज करा सकते हैं। बिहार में पहले कुछ ऐसी सरकारें रही है जो पशु के चारा तक का पैसा हजम कर जाती थीं। चारा घोटाला इसका जीता जागता उदाहरण है। लेकिन भाजपा जदयू की सरकार पशुधन को बचाने के लिए टिका से लेकर अनुदान तक दे रही है। ताकि पशुधन ज्यादा से ज्यादा बढ़े ताकि दूध और किसान की आय में बढ़ोतरी हो सके। वही डॉक्टर सुधीर कुमार ने बताया कि 250 रुपए में दरवाजे पर जाकर पशु चिकित्सक गाय को सिमेन देते हैं जिससे 90% अच्छे नस्ल की बाछी पैदा होती है। इस जागरूकता शिविर में सैकड़ो की संख्या में किसानों के द्वारा अपने पशुधन जिसमें गाय, बछड़ा, बाछी, भैंस, बकरी इत्यादि को लेकर शिविर में भाग लेते देखा गया। वही मौके पर एभिएस अवध किशोर सिंह, डॉक्टर विजय कुमार चौधरी, डॉक्टर सुधीर कुमार, डॉक्टर अवधेश कुमार, डॉक्टर अशोक कुमार सहित दर्जनों की संख्या में पशु टीकाकर्मी तथा पशु चिकित्सक मौजूद रहे।