राहुल को अंबेडकर का दत्तक पुत्र बता गलती कर गए अश्विनी चौबे
चौबे ने दिया कांग्रेस को अम्बेडकर कार्ड खेलने का मौका ?
कांग्रेस के लिए वरदान साबित होगा पूर्व केंद्रीय मंत्री का बयान!
गुल खिलाएगी राहुल गांधी और तेजस्वी का मुलाकात
तेजस्वी यादव के सीएम बनने के बन रहे समीकरण
राहुल गांधी को अम्बेडकर का दत्तक पुत्र बोल अश्विनी चौबे ने कांग्रेस को दलितों में पैठ बनाने का दे दिया मौका
बाबू जगजीवन राम और उनकी पुत्री मीरा कुमार की पुत्री की कर्मभूमि रही सासाराम से कांग्रेस के मनोज कुमार हैं सांसद
बिहार में अम्बेडकर कार्ड खेलना चाहती है कांग्रेस
संविधान सुरक्षा सम्मेलन में राहुल गांधी ने संविधान पर बोलकर दे दिया था संकेत
चरण सिंह
नई दिल्ली/पटना। तो क्या बिहार में कांग्रेस के पास उसका खोया दलित वोट बैंक लौटेगा ? क्या राहुल गांधी के दौरे के बाद बिहार के समीकरण बदलेंगे ? क्या राहुल गांधी तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बना पाएंगे ? क्या बिहार में कांग्रेस अम्बेडकर कार्ड चल पाएगी ? पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व सांसद अश्विनी कुमार चौबे ने राहुल गांधी को अंबेडकर का दत्तक पुत्र बताकर बिहार में कांग्रेस को दलितों में पैठ बनाने का मौका दे दिया है।
दरअसल अश्वनी कुमार चौबे बक्सर में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। वहां पर उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राहुल गांधी अम्बेडकर के दत्तक पुत्र हैं। उन्होंने उनके परिवार को गांधी और संविधान का हत्यारा बताया है। उन्होंने राहुल गांधी को गांधी का फतिंगा बताते हुए कहा कि वह बरसात में पैदा होने वाले फतिंगा हैं। जैसे बरसात में फतिंगा टिमटिमाता है और नष्ट हो जाता है, ऐसे ही राहुल गांधी का होगा। उन्होंने महात्मा गांधी को असली गांधी बताया और कहा आज भी गांधी जी पूजनीय हैं।
ऐसे में प्रश्न उठता है कि गांधी जी की हत्या का आरोप तो नाथूराम गोडसे पर लगता है। नाथूराम गोडसे की गोली से गांधी की हत्या हुई थी। ऐसे में अश्वनी स चौबे राहुल गांधी के परिवार को गांधी का हत्यारा बताकर की साबित करना चाहते हैं ? नाथूराम गोडसे आरएसएस का कार्यकर्ता बताया जाता रहा है। जब आरएसएस बीजेपी का मातृ संगठन माना जाता है तो ऐसे में चौबे कैसे राहुल गांधी के परिवार को गांधी का हत्यारा बता रहे हैं ?
नीतीश कुमार की जनगणना को फर्जी करार देने के पर अश्वनी कुमार ने कहा है कि जब इन लोगों ने इंडिया गठबंधन बनाया तो ये लोग बिहार की जातीय जनगणना को आधार बनाकर पूरे देश में इसी तरह की जातीय जनगणना कराने की बात करते थे पर राहुल गांधी इसे फर्जी करार दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि श्यामा प्रसाद मुखर्जी न होते तो कांग्रेसी उन्हें संसद में जाने भी न देते। राहुल गांधी को अम्बेडकर का दत्तक पुत्र बताने पर कांग्रेस इसे मुद्दा बना सकती है। राहुल गांधी को अम्बेकडर का उत्तराधिकारी के रूप के प्रचारित कर सकती है। ऐसे में जब पूर्व मुख्यमंत्री मायावती से दलित छिटक रहे हैं।
चंद्रशेखर आज़ाद का कद अभी इतना बड़ा नहीं है कि बिहार की राजनीति में कुछ कर पाए। इसमे बिहार के दलित फिर से कांग्रेस में लौट सकते हैं। ऐसे में जब कांग्रेस बिहार में अम्बेडकर कार्ड खेलने जा रही है तो अश्विनी चौबे ने कांग्रेस को और मौका दे दिया है। जब गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य सभा में बोल दिया कि अम्बेडकर अम्बेडकर कहना फैशन हो गया है। और कांग्रेस देशभर इस बयान के विरोध में अभियान छेड़कर अपना खोया हुआ दलित वोटबैंक वापस लाना चाहती है तो फिर अश्वनी चौबे का राहुल गांधी को अमेडकर का दत्तक पुत्र बताना कांग्रेस की ओर दलितों का रुझान को बढ़ाना है।
उधर केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने राहुल गांधी के बिहार की जातीय जनगणना को फर्जी बताने पर राहुल गांधी को फर्जीवाड़े का सरदार बता दिया है। ऐसे में कहा जा सकता है कि राहुल गांधी राहुल गांधी पटना में संविधान सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित कर अपना काम कर दिया है। एक ओर जहां आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से मिलकर उन्होंने तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया वहीं लालू प्रसाद यादव से मिलकर बिहार विधानसभा चुनाव जीतने की रणनीति भी बनाई। दरअसल राहुल गांधी बिहार में दलित कार्ड खेलना चाहते हैं। यही वजह है कि उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद को हटाने के संकेत भी दे दिए हैं।
उधर संजय झा के दिल्ली में दही चूड़ा पार्टी देने और उसमें गृह मंत्री अमित शाह के पहुंचने से जदयू के सांसदों के अमित शाह के संपर्क में रहने के संकेत भी मिल गए हैं। ऐसे में नीतीश कुमार भी सचेत हो गए हैं। खबर तो यह भी है कि तेस्जवी यादव और नीतीश कुमार की मीटिंग हो चुकी है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि जदयू का टूटना तय है। नीतीश कुमार बीजेपी पर दबाव बनाने के लिए अधिक से अधिक सीटें लेना चाहते हैं और अधिक से अधिक सीटें जीतना चाहते हैं।