बिहार में एक महीना में चौथा मुठभेड़
एक अपराधी को पुलिस की लगी गोली
ब्यूरो।पटना/गया।
बिहार में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार पर तीखे हमले किए हैं। हालांकि, हाल के समय में यदि पुलिस की कार्यप्रणाली पर ध्यान दिया जाए, तो यह स्पष्ट होता है कि पुलिस अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर रही है। पुलिस अब गोली चलाने में भी संकोच नहीं कर रही है। गया में पुलिस और अपराधियों के बीच एक मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में एक अपराधी, प्रहलाद मांझी उर्फ पगला मांझी, जो 50 हजार रुपये का इनामी था, घायल हो गया। वह मुफस्सिल थाना क्षेत्र का निवासी था और डेल्हा थाना के लोको कॉलोनी में कुछ समय से पुलिस से बच रहा था। पुलिस को गुप्त सूचना मिली, जिसके आधार पर मुफस्सिल थाना की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छापेमारी की।जैसे ही पुलिस ने उसे देखा, उसने फायरिंग कर भागने की कोशिश की। खुद को घिरा देख उसने पुलिस बल पर फायरिंग कर दी। पुलिसकर्मियों ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की गई जिससे पगला मांझी घायल हो गया।
इस दौरान दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी हुई, जिसमें पगला मांझी के पैर में गोली लगी।गोली लगने के पश्चात वह गिर पड़ा। इसके उपरांत पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। घायल अवस्था में पुलिस ने उसे उपचार के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एएनएमएमसीएच) पहुँचाया। यहाँ पगला मांझी को भर्ती किया गया है। गया पुलिस द्वारा फरार अपराधी पगला मांझी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था।वह मुफस्सिल थाना में कई मामलों में वांछित था।
सिटी एसपी रामानंद कुमार कौशल ने जानकारी दी कि अपराधी की गिरफ्तारी के समय पुलिस बल पर गोलीबारी की गई। पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की, जिसमें फरार अपराधी पगला मांझी के पैर में गोली लगी है। उसका उपचार जारी है।
बता दें बिहार में नए डीजीपी विनय कुमार के पद ग्रहण करने के बाद से पुलिस की कार्यप्रणाली में परिवर्तन स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है। पिछले एक महीने में तीन एनकाउंटर के दौरान चार अपराधियों को मार गिराया गया है। पटना से लेकर गया तक पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई है। पुलिस की इस सक्रियता से बिहार के नागरिकों में खुशी है, जबकि अपराधियों में भय व्याप्त है।