आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा – सीटों के बंटवारे पर कोई बात नहीं, डिसीजन मेकर की बात होनी चाहिए
कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद ने कहा – 70 सीटों से कम पर नहीं मानेंगे, दो डिप्टी सीएम मांग रही कांग्रेस
द न्यूज 15 ब्यूरो
पटना। क्या बिहार में इंडिया गठबंधन टूटने जा रहा है ? क्या बिहार में आरजेडी और कांग्रेस अपने अपने दम पर विधानसभा चुनाव लड़ेंगे ? जी हां आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने जिस तरह से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह पर हमलावर होते हुए कहा है कि जिस व्यक्ति को कोई जानता नहीं उसकी बात हो रही है। सीटों के बंटवारे को लेकर अभी कोई आधिकारिक बात नहीं हुई है। अभी डिसीजन मेकर की बात होनी चाहिए।
दरअसल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा है कि 2020 में हम 70 सीटों पर लड़े थे इस बार उससे अधिक सीटों पर ही लड़ा जाएगा। कांग्रेस के नेता शाहनवाज आलम ने तो टिकटों का बंटवारा स्ट्राइक रेट सरकार बनने पर कांग्रेस के दो मुख्यमंत्री बनाने की बात कर दी है। दरअसल आरजेडी मुखिया लालू प्रसाद ने टीएमसी मुखिया ममता बनर्जी को इंडिया गठबंधन की कमान सौंपने की बात कही साथ ही यह भी कह दिया कि कांग्रेस कुछ नहीं कर पाएगी। तभी से कांग्रेस आरजेडी पर आक्रामक है।
तेजस्वी यादव ने सरकार बनने पर माई-बहिन मान योजना के तहत 2500 रुपए प्रतिमाह देने का ऐलान किया तो कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद ने कह दिया कि पहले सरकार बनाने की लड़ाई होनी चाहिए। पैसे तो महिलाओं को और भी मिलने चाहिए और हम देंगे।
दरअसल कांग्रेस और क्षेत्रीय दलों में विभिन्न राज्यों में जो तकरार देखी जा रही है। उसकी बड़ी वजह एक देश एक चुनाव है। क्षेत्रीय दलों को लगता है कि एक देश एक चुनाव कानून बनवाने में कांग्रेस भी बीजेपी के साथ है। यही वजह रही कि टीएमसी मुखिया ममता बनर्जी से यह बयान जारी कराया गया कि जिस तरह से हरियाणा महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव हारा गया और उसके बाद उत्तर प्रदेश और बिहार में उप चुनाव हारा गया है। यदि विपक्ष चाहे वह इंडिया गठबंधन को लीड करने को तैयार हैं।
ममता बनर्जी के बयान के बाद सपा के प्रवक्ता उदयवीर ने उनके बयान पर विचार करने की बात कर दी। उसके बाद आरजेडी मुखिया लालू प्रसाद ने भी ममता बनर्जी के बयान का समर्थन करते हुए उनको लीड करने का मौका देने की बात कर दी। साथ ही उन्होंने यह भी कह दिया कि कांग्रेस कुछ नहीं कर पाएगी। अब अखिलेश यादव ने निर्भया कांड की बरसी पर आम आदमी पार्टी की महिला अदालत में शरीक होकर आम आदमी पार्टी को समर्थन कर दिया, जबकि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी अलग अलग चुनाव लड़ रही है।
अखिलेश यादव ने उप चुनाव में जो कांग्रेस को सीट नहीं दी वह भी उसी रणनीति का हिस्सा था। अब कांग्रेस भी अपने दम पर चुनाव लड़ने की रणनीति बना रही है। यही वजह है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने मिल्कीपुर उप चुनाव न लड़ने की बात कर 2027 में अपने दम पर चुनाव लड़ने की बात कर दी है। संसद में कांग्रेस ने सपा के सांसद अवदेश प्रसाद को पीछे की पंक्ति में जो बैठाया है वह भी कांग्रेस का सपा को अहसास कराना था।