जानें भोरे-भोरे एक्शन में क्यों आई पुलिस-प्रशासन की टीम
पटना/मुजफ्फरपुर। बिहार में गुरुवार को कई जिलों के जेलों में प्रशासन ने छापेमारी की। डीएम और एसपी ने सुबह-सुबह मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, आरा और मोतिहारी के केंद्रीय कारागारों में छापेमारी की। इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा। जेलों के अंदर से कई आपत्तिजनक सामान बरामद हुए हैं। मोतिहारी सेंट्रल जेल में छापेमारी के दौरान कई आपत्तिजनक चीजें मिली हैं। इनमें चाकू, कैची, बेल्ट और कुछ संदिग्ध मोबाइल नंबर शामिल हैं। प्रशासन मामले की जांच कर रहा है।
मुजफ्फरपुर के शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में भी छापेमारी से हड़कंप मच गया। सुबह साढ़े आठ बजे से साढ़े दस बजे तक लगभग दो घंटे चली इस कार्रवाई में डीएम सुब्रत कुमार सेन और एसएसपी राकेश कुमार खुद मौजूद रहे। हालांकि इस छापेमारी में कोई प्रतिबंधित सामान नहीं मिला। डीएम और एसएसपी ने बताया कि जेल के अस्पताल, वार्ड, सेल, शौचालय और रसोईघर सभी जगह तलाशी ली गई। कैदियों से भी पूछताछ की गई। दरअसल, मुजफ्फरपुर में शराब माफिया के सक्रिय होने की खबरें हैं। आशंका जताई जा रही थी कि जेल के अंदर से ही शराब का धंधा चलाया जा रहा है। इसकी पुष्टि तो नहीं हुई, लेकिन एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि कैदियों से पूछताछ की गई है।
इधर, आरा में मंडल कारा जेल में अचानक छापेमारी हुई। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने इस छापेमारी का नेतृत्व किया। छापेमारी के दौरान जेल में अफरातफरी मच गई। भोजपुर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक अपने दल के साथ अचानक आरा मंडल कारा पहुंचे। और जेल में छापेमारी शुरू हो गई। जेल के अंदर से क्या बरामद हुआ है, इसकी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है।