13 साल बाद सेवा शुरू
मुजफ्फरपुर। जिले के सदर अस्पताल में 13 साल बाद फिर से मोतियाबिंद का ऑपरेशन शुरू हो गया है। अधीक्षक डॉ. बी.एस. झा ने खुद दो मरीजों का ऑपरेशन करके इसकी शुरुआत की। ऑपरेशन के बाद दोनों मरीजों में ख़ुशी साफ़ दिख रही थी। डॉ. झा ने बताया कि गुरुवार से ऑपरेशन थिएटर (ओटी) में ऑपरेशन शुरू हो चुके हैं। सदर अस्पताल में मरीजों के लिए जांच, इलाज, खाना और रहने की सुविधा बिलकुल मुफ्त है। अब मरीजों को आंखों के ऑपरेशन के लिए प्राइवेट अस्पतालों में जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
सदर अस्पताल में अब आई ओटी भी खोले जा चुके हैं जहां मोतियाबिंद समेत आंखों के दूसरे ऑपरेशन भी मुफ्त में किये जायेंगे। ओटी को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है और उसमे स्ट्रिप लैंप जैसे ज़रूरी उपकरण भी लगाए गए हैं। डॉ झा ने बताया कि अभी तक नेत्र विभाग में ओपीडी सेवाएं सुचारू रूप से चल रही थीं। ऑपरेशन थिएटर शुरू होने से गरीब मरीजों को मोतियाबिंद समेत कई दूसरी बीमारियों के इलाज में काफ़ी मदद मिलेगी।
ओटी में दो टेबल लगाए गए हैं जिनपर एक साथ दो मरीजों का इलाज किया जा सकेगा। गौरतलब है कि पिछले 13 सालों से सदर अस्पताल में मोतियाबिंद का ऑपरेशन नहीं हो रहा था। कुछ समय पहले मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के दौरान कुछ मरीजों के आंखों में इन्फेक्शन हो गया था जिसके बाद वहां ऑपरेशन बंद करने पड़े थे। इसके बाद ही यह फ़ैसला लिया गया कि सदर अस्पताल में ही एक नया ऑपरेशन थिएटर बनाया जाए।अब अंधेपन को दूर करने के लिए ज़िले भर से मोतियाबिंद के मरीजों को ढूंढकर उनका ऑपरेशन सदर अस्पताल में ही किया जा रहा है। ऑपरेशन थिएटर में आंखों के विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम ऑपरेशन कर रही है।