कटिहार के मस्जिदों पर चिपकाए गए पर्चे
कटिहार। मुस्लिम समुदाय के लोग वक्फ बोर्ड बिल का विरोध कर रहे हैं। वे अपने मोहल्लों में जमा होकर एक खास QR कोड स्कैन कर संसदीय समिति के पास अपनी आपत्ति दर्ज करवा रहे हैं। कई मस्जिदों के दीवारों पर इस इस QR कोड को चिपकाया गया है। दरअसल, इन लोगों को डर है कि इस बिल के पास होने से उनकी मस्जिदें, मदरसे और कब्रिस्तान, यहां तक कि प्रॉपर्टी भी छिन जाएगी। वे लोगों को यह कहकर डरा रहे हैं कि मदरसे छिन जाएंगे, कब्रिस्तान छिन जाएंगे, प्रॉपर्टी छिन जाएंगी। कटिहार की मिलन चौक मस्जिद, रामपाड़ा मस्जिद समेत कई मस्जिदों के बाहर ‘रिजेक्ट वक्फ अमेंडमेंट बिल’ के QR कोड चिपकाए गए हैं। ये QR कोड इमारतें शरिया, इदारा शरिया जैसी कई संस्थाओं ने लगाए हैं।
दरअसल, कटिहार में मुस्लिम समुदाय वक्फ बोर्ड बिल के विरोध में जुटा है। मस्जिदों और मोहल्लों में QR कोड स्कैन कर विरोध दर्ज कराया जा रहा है। आल इंडिया मिल्ली काउंसिल ने बेंगलुरू में बैठक कर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का प्रस्ताव पारित किया है। संसद की संयुक्त समिति इस बिल पर चर्चा कर रही है।
सीमांचल में मुस्लिम समुदाय वक्फ बोर्ड बिल का विरोध कर रहा है। उनका मानना है कि इससे मस्जिदें, कब्रिस्तान और उनकी संपत्तियां छीन जाएंगी। विरोध दर्ज कराने के लिए लोग मस्जिदों और मदरसों के पास जमा होकर QR कोड स्कैन कर रहे हैं। ऑल इंडिया मिली काउंसिल ने बेंगलुरु में बैठक कर इस बिल का देशभर में विरोध करने का फैसला लिया है।
कटिहार में मुस्लिम समुदाय वक्फ बोर्ड बिल का विरोध कर रहा है। उनका दावा है कि इस बिल के पास होने पर उनकी मस्जिदें, कब्रिस्तान और दूसरी संपत्तियां छीन ली जाएंगी। इसके विरोध में मुस्लिम समुदाय के लोग अपने इलाकों में, मस्जिदों और मदरसों के आसपास जमा हो रहे हैं और एक QR कोड स्कैन कर वक्फ बोर्ड बिल पर बनी संयुक्त संसदीय समिति के पास अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं।ये बिल अभी संसद की संयुक्त समिति के पास है, जहां इस पर चर्चा चल रही है और जरूरी बदलावों के बाद इसे फिर से सरकार के पास भेजा जाएगा। इसके बाद यह बिल संसद में प्रस्तुत होगा और बहस के बाद कानून का रूप लेगा।