तेजस्वी की ‘आभार यात्रा’ पर बीजेपी का अटैक

0
56
Spread the love

 जाति के जहर की लहर से कहर तक!

दीपक कुमार तिवारी

पटना/नई दिल्ली। बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने तेजस्वी यादव की ‘आभार यात्रा’ को लेकर तंज कसा। विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि जनता मालिक है और बिहार का सच्चा सेवक कौन होगा, ये जनता तय करेगी। उन्होंने कहा कि वो लोग जाति के जहर की लहर के कहर से बिहार को प्रभावित करते हैं। राजनीति में भी जाति का चश्मा पहनकर राजनीति को गंदा करते हैं और पूरे बिहार के अंदर विकास की गति में भ्रष्टाचार करते हैं, अपराधियों का मनोबल बढ़ाते हैं। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राजद नेता तेजस्वी यादव ने 10 अक्टूबर से ‘आभार यात्रा’ पर निकलने की तैयारी की है। इस दौरान केंद्र और राज्य की एनडीए सरकार के खिलाफ जनमत तैयार करना है।
उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि वो यात्रा करें या प्रवास करें, जनता जानती है, ये अपना विकास करेंगे और अपने परिवार के उत्थान और कल्याण के लिए राजनीति जमींदारी बढ़ाने के लिए यह सारा खेल और नाटक कर रहे हैं। दोहरी राजनीति बंद होनी चाहिए, राजनीति में ऐसी मानसिकता नहीं चलेगी।
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने भी तेजस्वी यादव की ‘आभार यात्रा’ पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जनता ने लोकसभा के चुनाव में उनको बता दिया है कि तेजस्वी बाबू आपका भविष्य क्या है? बिहार की जनता की नजरों में आपकी राजनीतिक ताकत क्या है, ये बिहार की जनता ने वोट देकर बता दिया कि 10 सीट जीतने में भी पूरा परिवार पार्टी दिन-रात लगे रहे। बड़े-बड़े दावे किए जा रहे थे, उनके पिता, बहन, उनकी माता के द्वारा दावा किया जाता रहा, लेकिन परिणाम तो सिर्फ चार सीट का आया। तो, जनता ने उनको राजनीतिक हैसियत बता दी है और जनता ने यह भी बता दिया है कि बिहार के लोगों के लिए ना तो आप स्वीकार्य हैं, ना बिहार के हित के लिए आप काम करने वाले हैं। बिहार की जनता पर आपको कोई भरोसा भी नहीं है।ऐसे में उनको समझ में आ जाना चाहिए कि बिहार की जनता द्वारा आप और आपकी पार्टी रिजेक्टेड पार्टी है, तो रिजेक्टेड लीडर और रिजेक्टेड लीडर जहां चाहे घूमते रहें।
तेजस्वी के धरना पर उन्होंने कहा कि वो धरना इसलिए देते हैं, उनका आरक्षण का मतलब होता है कि पिताजी गए तो माता जी को काम मिल जाए, माता जी गई तो बेटा जी को काम मिल जाए। जब वो मिल जाए तो दीदी को काम मिले। दीदी को अगर जनता लोकसभा हरा दे तो राज्यसभा मिल जाए। दीदी जब लोकसभा लड़ जाए तो छोटी बहन फिर लोकसभा लड़े। उनका आरक्षण का दायरा यही है। वो चाहते हैं कि इसी प्रकार आरक्षण की व्यवस्था समाज में बनी रहे। लेकिन, हम भारतीय जनता पार्टी और एनडीए के लोगों के लिए बाबा साहब भीमराव अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान के अनुसार आरक्षण का प्रावधान है, हम उसे बनाए रखना चाहते हैं। हम समाज के गरीब, दलित, वंचित लोगों की लड़ाई लड़ते हैं। हम लोग थे जब बिहार में पंचायत का चुनाव हुआ, हमने पिछड़ों को राजनीतिक ताकत दी और उनको आरक्षण दिया।
मंगल पाण्डेय ने कहा कि साल 1977 में जब कर्पूरी ठाकुर की सरकार थी, उस वक्त भाजपा की तरफ से कैलाशपति मिश्र राज्य के वित्त मंत्री थे। जिन्होंने पिछड़ों, अति पिछड़ों और महिलाओं को आरक्षण देने का काम किया था। हमारी सरकार में ही भीमराव अंबेडकर को भारत रत्न दिया गया। लेकिन, देश की जनता ये नहीं भूल सकती है। जिसने इस देश को एक न्यायिक अधिकार दिया था, जिसने आरक्षण की व्यवस्था की थी। जो गरीब और दलित की आवाज बने। उनको चुनाव में हराने का काम कांग्रेस पार्टी ने ही किया था। ये इतिहास के पन्नों में दर्ज है और उस कांग्रेस पार्टी के साथ कौन खड़ी है, राजद खड़ी है, समाज के गरीब और पिछड़ा वर्ग सब जानते हैं कि ये लोग चुनाव आते ही लोगों को बरगलाने के लिए बयानबाजी करते हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here