आज 9 अगस्त क्रांति दिवस के ऐतिहासिक अवसर पर दिल्ली के समाजवादी साथियों ने हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी भारत छोड़ो आंदोलन के शहीदों की याद में राष्ट्रपिता गांधी की समाधि राजघाट से आचार्य नरेंद्र देव गुलाब वाटिका तक पैदल मार्च किया। पैदल मार्च प्रारंभ करने के पूर्व समाजवादी साथियों ने बापू की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित किया ।
पैदल मार्च में रमेश शर्मा, विजय प्रताप, उत्तर प्रदेश सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष रामधीरज , श्याम गंभीर ,डॉ हरीश खाना, शशि शेखर सिंह, संजय कनौजिया, पुरुषोत्तम, दिल्ली के पूर्व पार्षद राकेश कुमार सहित अन्य साथियों ने हिस्सा लिया। आचार्य नरेंद्र देव वाटिका में में आचार्य जी की प्रतिमा को माल्यार्पण किया गया और आचार्य नरेंद्र देव अमर रहें, अंधेरे में तीन प्रकाश गांधी ,लोहिया, जयप्रकाश तथा भारत छोड़ो आंदोलन के शहीद अमर रहे के नारे लगाए गए। पैदल यात्रा के बाद आचार्य नरेंद्रदेव वाटिका में भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में भारत छोड़ो आंदोलन के ऐतिहासिक महत्व तथा अगस्त क्रांति में समाजवादी नेताओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा करने के एक सभा भी हुई। दिल्ली के वरिष्ठ समाजवादी नेता श्याम गंभीर ने सभा की अध्यक्षता की तथा पूर्व पार्षद राकेश कुमार ने सभा का संचालन किया। सभा को शशि शेखर सिंह, रामधीरज , विजय प्रताप, संजय कनौजिया, हरीश खन्ना , पुरुषोत्तम ने सम्बोधित किया।
सभा को संबोधित करते हुए सभी साथियों ने एक स्वर से इस बात को दोहराया कि 8 अगस्त 1942 की रात्रि में बंबई में कांग्रेस कार्यसमिति में महात्मा गांधी के ऐतिहासिक भाषण में रखे प्रस्ताव ‘ अंग्रेजो भारत छोड़ो’ के बाद ब्रिटिश साम्राज्य की पुलिस के द्वारा सवेरा होने के पहले महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरु, सरदार पटेल ,आचार्य नरेंद्रदेव सहित सभी मात्वपूर्ण नेताओं को गिरफ्तार कर लिया और तब समाजवादी नेत्री अरुणा आसफ अली ने 9 अगस्त को बंबई के गोवालिया टैंक मैदान में ब्रिटिश राज की सैकड़ों पुलिस को चकमा देकर कांग्रेस का तिरंगा झंडा फहरा दिया।वक्ताओं ने एक एक कर भारत छोड़ो आंदोलन को देश में फैलाने के लिए हजारीबाग जेल से भागने वाले जयप्रकाश नारायण और उनके चार अन्य साथियों ,समाजदवादी नेता राममनोहर लोहिया, अच्चयुत पटवर्धन ,अरुणा आसफ अली, उषा मेहता आदि की भूमिका के साथ अंडरग्राउंड रेडियो के द्वारा भारतवासियों को गांधी का संदेश सुनाकर देश की आजादी के आंदोलन को राष्ट्रव्यापी बनाने में उनके योगदान को याद किया। वक्ताओं ने कहा कि लोहिया ने 9 अगस्त को जनता का दिवस कहा था और इसे भारतवासियों को आजादी के बाद धूमधाम से मनाने के लिए कहा था। इसलिए दिल्ली के समाजवादी आज भी इस ऐतिहासिक दिवस को मनाते हैं।