महात्मा बुद्ध की ज्ञानभूमि बोधगया, कर्मभूमि राजगीर और जन्मभूमि लुंबिनी तक बनेगा बोधिवृक्ष कॉरिडोर

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बोधिवृक्ष काॅरिडोर निर्माण हेतु चार दिवसीय पदयात्रा

बोधिवृक्ष काॅरिडोर निर्माण हेतु 65 किलोमीटर की होगी पदयात्रा

— बोधगया से राजगीर तक 65 किलोमीटर होगी पदयात्रा

– पदयात्रा में शामिल होंगे कई प्रदेशों के पर्यावरणविद्

— जगह जगह होगी संगोष्ठी, नुक्कड़ नाटक और कठपुतली नृत्य

राम विलास

राजगीर। महात्मा बुद्ध की ज्ञानभूमि बोधगया, कर्मभूमि राजगीर, और जन्मभूमि लुम्बिनी ( बौद्ध सर्किट) को जोड़ने वाली मुख्य सड़क मार्ग को बोधिवृक्ष काॅरिडोर बनाने का बीड़ा पीपल – नीम – तुलसी अभियान के संस्थापक अध्यक्ष सह पर्यावरणविद् डॉ धर्मेन्द्र कुमार ने उठाया है। बोधिवृक्ष कॉरिडोर योजना की सफलता के लिए उनके द्वारा लगातार कभी बोधगया, तो कभी राजगीर और लुंबिनी में पर्यावरण प्रेमियों व योद्धाओं के साथ बैठक आयोजित की जा रही है।

इस अभियान को आकर देने और आम आवाम को जागरूक करने के लिए पीपल – नीम – तुलसी अभियान द्वारा 27 जुलाई से चार दिवसीय पद यात्रा कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। यह पदयात्रा महात्मा बुद्ध की ज्ञानभूमि बोधगया के ब्रम्हयोनी पहाड़ी से सुबह 8:00 बजे आरंभ होगी। यह पदयात्रा बोधगया के बाद वजीरगंज, हिसुआ और नारदीगंज होते हुए भगवान बुद्ध की कर्मभूमि राजगृह पहुंचकर समाप्त होगा। डॉ धर्मेन्द्र ने बताया कि पहले फेज में भगवान बुद्ध की ज्ञान भूमि बोधगया से राजगीर तक बोधिवृक्ष (पीपल) कॉरिडोर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

बौद्ध सर्किट बोधगया से राजगीर तक हर 500 मीटर पर एक बोधिवृक्ष ( पीपल) लगाने की उनकी योजना है। ताकि स्वच्छ प्राणवायु (ऑक्सीजन) सर्वसुलभ हो सके। वे कहते हैं कि अपने माता – पिता एवं अन्य परिजनों की स्मृति में, वैवाहिक दिवस पर, वैवाहिक वर्षगांठ पर, उद्घाटन- शिलान्यास के मौके पर, नौकरी व व्यवसाय आरंभ करने की स्मृति में लोगों को कम से कम एक पौधारोपण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस पदयात्रा के दौरान जगह- जगह उनके द्वारा संगोष्ठी आयोजित कर स्थानीय लोगों में जागृति पैदा करने का प्रयास किया जाएगा।

अभियान के अध्यक्ष डॉ धर्मेन्द्र कुमार ने पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, पंचायती राज विभाग, गया, नालंदा और नवादा के डीएफओ, पर्यावरण प्रेमियों, योद्धाओं, पर्यावरण व प्रकृति के हितैषियों, छात्र-नौजवानों, किसानों और जीविका दीदियों से अभियान में बढ़चढ़ कर सहयोग करने हेतु अपील की है। उन्होने कहा कि जो लोग शारीरिक रूप से अभियान में अपना योगदान नहीं दे सकते हैं, वैसे लोग आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।

— पदयात्रा दौरान होगा पीपल महात्म्य कथा

बोधिवृक्ष कॉरिडोर पदयात्रा कार्यक्रम के दौरान पर्यावरण व प्रकृति संरक्षण के लिए लोगों को नुक्कड़ नाटक, कठपुतली नृत्य ,सीड बॉल निर्माण एवं पीपल महात्म्य कथा के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसके लिए सांस्कृतिक टीम तैयार की गयी है। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया जायेगा।

लोकगायक भैया अजीत को यह जिम्मेदारी दी गई है। सुनील कुमार द्वारा कठपुतली नृत्य के माध्यम से लोगों को पेड़ पौधा लगाने और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया जायेगा।

— बिहार, यूपी, छत्तीसगढ़ के पर्यावरणविद् होंगे शामिल

इस पदयात्रा कार्यक्रम में देश और प्रदेश के अनेकों नामचीन पर्यावरणविद् शामिल होंगे। कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र कुमार के अलावे वाराणसी के डॉ ओमप्रकाश चौधरी, छत्तीसगढ़ के उमेश माथुर, सीतामढ़ी के डॉ अमित कुमार, वैशाली के अमित मार्कण्डेय, आरा के राधे श्याम , मुजफ्फरपुर के कठपुतली नाटककार सुनील कुमार, समस्तीपुर के ट्री मैन कन्हैया, ट्री मैन रवि प्रकाश, सुपौल के ट्री मैन रवि प्रकाश, मुंगेर के नीतीश कुमार, नालंदा के लोकगायक भैया अजित एवं अन्य शामिल होंगे। इनके अलावे स्थानीय छात्र, नौजवान, किसान और पर्यावरण प्रेमी नर – नारी भी पदयात्रा में शामिल होंगे

— कार्यक्रम

तिथि ‌‌‌ रात्रि विश्राम
27.07.2024 वजीरगंज
28.07.2024 ‌‌‌‌‌ हिसुआ
29.07.2024 नारदीगंज
30.07.2024 ‌ राजगीर

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