कार्यशाला के दौरान चिकित्सकों ने डिहाइड्रेशन से बचाव व इलाज की दी जानकारी
राम विलास
राजगीर। शहर के नेचर सफारी में शुक्रवार को डिहाइड्रेशन को लेकर चिकित्सा कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए दंतरोग विशेषज्ञ डॉ कुमार अंकित और डॉ प्रेमानंद सिंह ने कहा कि गर्मी के इस मौसम में पर्यटकों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पर्यटकों अगर इस मौसम में कहीं भी घूमने जाएं, तो लगातार पानी का सेवन अवश्य करें।
पानीदार फलों में तरबूज, खरबूजा, खीरा आदि का सेवन, इलेक्ट्रो पाउडर आदि साथ रखना चाहिए। नेचर सफारी प्रबंधन से कहा कि अगर यहां घूमने आए कोई पर्यटक डिहाइड्रेशन के शिकार होते हैंहैं, तो फौरन उन्हें इलेक्ट्रो पाउडर का घोल का सेवन कराएं। थोड़ी देर आब्जर्वैशन रखकर डिहाइड्रेशन के शिकार पर्यटकों का वायु-मार्ग, श्वसन-प्रणाली और परिसंचरण का ख्याल रखने का सुझाव दिया गया है।
डॉ प्रेमानंद सिंह ने बताया कि डिहाइड्रेशन पीड़ित पर्यटक के इलेक्ट्रो पाउडर का घोल पिलाने के बाद उन्हें सीधा लिटा देना चाहिए। फिर उनके दोनों पैरों को ऊपर नीचे करें। ताकि ब्लड सर्कुलेशन उनके मस्तिष्क तक पर्याप्त पहुंच सके। इससे उन्हें बेहोशी की अवस्था न हो। चिकित्सकों ने बताया कि डिहाइड्रेशन तब होता है, जब शरीर में पानी बहुत कम हो जाता है।
इलेक्ट्रोलाइट्स की मात्रा में बहुत अधिक अंतर हो जाता है। गर्मियों में तापमान बढ़ने पर हमारे शरीर के हाइड्रेशन के स्तर को बनाए रखने का महत्व बढ़ जाता है। गर्मियों में डिहाइड्रेशन लगातार होने वाली स्थिति है। उन्होंने गर्मियों में डिहाइड्रेशन के लक्षण, कारण और उपचार के विकल्पों के बारे में विस्तार से बताया।
कार्यशाला में रेंज ऑफिसर ऋषिकेश, फाॅरेस्टर सिद्धेश्वर प्रसाद, रंजीत कुमार, अभिषेक कुमार, दिलखुश कुमार के अलावे एसबीओ विकास कुमार, ब्रजेश कुमार, प्रिंस कुमार, संजीव कुमार, शंकर कुमार, अमर कुमार, अरविंद कुमार, स्मित कुमार सहित अन्य पदाधिकारी व वनकर्मी और पर्यटक शामिल हुये।