सामूहिक विवाह जिसको जरुरतमंद लोगो की मदद के लिए शुरु किया गया था लेकिन आज यही विवाह एक मजाक बन कर रह गया है| क्योंकि हालही में झांसी से एक मामला सामने आया कि एक जोड़ा जो की सामूहिक विवाह करने जा रहा था लेकिन किसी कारण से लड़का समय पर नहीं पहुंच पाया तो लड़की के घर वालो ने आनन-फानन में लड़की की शादी उसके जीजा से करा दी ताकि सामूहिक विवाह में मिलने वाली सुविधाएं उनसे न छिन जाए|
झाँसी में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह सम्मेलन में बड़ा खेल नजर आया है। दूल्हा न आने पर आयोजकों ने जीजा से दुल्हन की शादी करवा दी।जिसकी जानकारी दुल्हन को भी थी लेकिन उसने भी इसका विरोध नहीं किया। विरोध न करने के पीछे का कारण सरकारी योजना का लाभ लेने की अटकले लगाई जा रही हैं।राजकीय सम्मेलन में 132 जोड़ों की धूमधाम से शादी कराई गई। जिसमें शामिल होने के लिए दूर-दूर से वर ओर वधु पहुंचे। सम्मेलन में सभी की शादी रीति रिवाज के अनुसार सम्मपन कराया गया। जब शादी हो रही थी तभी एक संदिग्ध जोड़ा नजर आया। जब उनसे अलग-अलग जानकारी ली तो हकीकत खुद व खुद सामने आ गई है।
पहले से शादीशुदा है शख्स झाँसी के बामोर निवासी ख़ुशी की शादी छतरपुर मध्यप्रदेश के बृषभान के साथ तय हुई थी और समारोह में उनका रजिस्ट्रेशन 36 नंबर पर था। ख़ुशी ने फेरे लेते ही मांग से सिंदूर व बिंदी पोंछ डाली। वही दूल्हे बृषभान से ज़ब बात की गयी तो उसने कबूल किया कि असल में उसका नाम दिनेश है और वह छतरपुर नहीं बल्कि बामोर का रहने वाला है। उसने बताया कि बृषभान से शादी होनी थी लेकिन वह नहीं आया तो विभाग के ही कुछ लोगों के कहने पर वह बृषभान की शादी होनी थी लेकिन वह नहीं आया तो विभाग के ही कुछ लोगों के कहने पर वह बृषभान की जगह दूल्हा बन गया। उसने यह भी बताया कि वह पहले से शादीशुदा है और दुल्हन का रिश्ते में जीजा लगता है|