Lok Sabha Elections : मोदी की सधी राजनीति के सामने बेबस हुआ विपक्ष

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चरण सिंह राजपूत 

विपक्ष में बैठे दल कल्पना भी नहीं कर सकते थे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसे ऐसे बांध कर रख देंगे कि वह खुलकर न तो राजनीति कर पाएंगे और न ही बोल सकेंगे। इसे विपक्ष की बेबसी ही कहा जाएगा कि एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के नाम पर देश को राम मय कर दिया है तो वहीं जातीय आधार पर भी विपक्ष को पटखनी देने में लगे हैं।
जब इंडिया गठबंधन सीटों के बंटवारे को लेकर जूझ रहा है तो प्रधानमंत्री ने जन नायक कर्पूरी ठाकुर को देश का सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न देने की घोषणा कर मास्टर स्ट्रोक मार दिया है। कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न की घोषणा के अगले ही दिन टीएमसी मुखिया ममता बनर्जी ने अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी।
बीजेपी ने जहां उत्तर प्रदेश में बसपा मुखिया मायावती जहां पहले से ही शांत कर रखी है कि वहीं ममता बनर्जी का अकेले चुनाव लड़ना कहीं न कहीं बीजेपी का दबाव बताया जा रहा है। ममता बनर्जी का कहना है कि कांग्रेस से उसकी सीट शेयरिंग की कोई बात नहीं हुई है।

ममता बनर्जी को पश्चिमी बंगाल में कानून व्यवस्था का हवाला देकर राष्ट्रपति शासन लगाने का डर दिखा रखा है। ऐसे ही उत्तर प्रदेश में सपा, महाराष्ट्र में एनसीपी, झारखंड में झामुमो पर अलग से दबाव बना रखा है। हालांकि कांग्रेस के प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा है कि स्पीड ब्रेकर आते रहते हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि बिना टीएमसी के इंडिया गठबंधन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है।
मतलब ममता बनर्जी को इंडिया गठबंधन में लेने के प्रयास हो रहे हैं। कांग्रेस पश्चिमी बंगाल में सभी सीटें ममता बनर्जी के लिए छोड़ भी दे तो कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए। दरअसल ममता बनर्जी के अकेला लड़ो ऐलान से आम आदमी आदमी और समाजवादी पार्टी को भी कांग्रेस पर दबाव बनाने का मौका दे दिया है।
कांग्रेस 10 सीटें बिहार में मांग रही है तो २५ उत्तर प्रदेश में मांग रही है। ऐसे ही पंजाब, दिल्ली, हरियाणा में में अपने दम पर चुनाव लड़ने का नाम लेकर आम आदमी पार्टी कांग्रेस पर दबाव बनाने में लगी है। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के असली टारगेट पर कांग्रेस और राजद है। इंडिया गठबंधन में फूट डालकर जहां कांग्रेस को कमजोर करने में मोदी लगे हैं वहीं बिहार में नीतीश कुमार को एनडीए में लेने का प्रयास बीजेपी बिहार में लालू प्रसाद यादव को बड़ा झटका देना चाहती है। वैसे भी 29 को लालू तो 30 को तेजस्वी यादव को जॉब फोर लैंड मामले में समन मिला है।

खबरें तो यह भी आ रही हैं कि नीतीश कुमार के एनडीए में जाने की खबरों के बीच लालू प्रसाद ने नीतीश कुमार के आत्मसमर्पण कर दिया है। लालू प्रसाद ने नीतीश कुमार को संदेश भिजवा दिया है कि सब कुछ ले लो पर मुझे छोड़कर मत जाओ। मोदी ने विपक्ष की स्थिति यह कर रखी है कि बिहार में नीतीश कुमार को एनडीए में जाने की अटकलें तेज हैं। उत्तर प्रदेश में मायावती को अकेले लड़ने के लिए मजबूर कर दिया है तो अखिलेश यादव अपनी शर्तों पर कांग्रेस से गठबंधन करना चाहते हैं।
पंजाब, दिल्ली और हरियाणा में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस से गठबंधन नहीं हो पा रहा है। पश्चिमी बंगाल में ममता बनर्जी को भी अकेले चुनाव लड़ने के लिए मजबूर कर दिया है। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की शिवसेना शिंदे गुट से छिनवा ली है और शरद पवार के भतीजे को शिंदे सरकार में शामिल करा दिया है। आम आदमी पार्टी में डिप्टी सीएम रहे मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री रहे सत्येंद्र जैन और राज्यसभा सभा सदस्य संजय सिंह जेल में बंद हैं तो आप संयोजक अरविंद केजरीवाल से जहां सीबीआई ने पूछताछ की है वहीं ईडी का चौथा समन आ चुका है। झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को तो ईडी से सातवां समन मिला है। तमिलनाडु में स्टालिन के बेटे उदय निधि स्टालिन पर भी शिकंजा कसा है।

उधर अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण, प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में देश को राम मय बना देना और अब राम लला के दर्शन के लिए पहले ही दिन छह लाख राम भक्तों का उमड्रना दर्शा रहा है कि राम मंदिर में रामलला के दर्शन में जुटने वाले लोग मक्का का भी रिकार्ड तोड़ने जा रहे हैं। यही वजह है कि अयोध्या में 137 उद्योगपति होटल खोलने की फिराक में बताये जा रहे हैं। 6 लाख लोगों को रोजगार मिलने की खबरें आ रही है। यही वजह है कि बीजेपी ने 1989 का रिकार्ड तोड़ने का लक्ष्य रखा है। बीजेपी ने नारा दिया है कि इस बार 400 के पार। यदि इंडिया गठबंधन की यही स्थिति रही तो बीजेपी अपने लक्ष्य को पा लेगी।

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