Noida News : खेल-खेल में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने जाना कैसे करें बच्चों को शिक्षित व विकसित

0
229
Spread the love

नालंदा वे फाउंडेशन ने टीचिंग लर्निंग मैटिरियल को लेकर की कार्यशाला

नोएडा। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के साथ बच्चों की शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाली संस्था नालंदा वे फाउंडेशन ने एचसीएल फाउंडेशन के सहयोग से जनपद के एक होटल में बुधवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए टीचिंग लर्निंग मैटिरियल को लेकर एक कार्यशाला आयोजित की। यह कार्यशाला संस्था के कार्यक्रम “गुटर-गू” के अंतर्गत की गयी। “गूटर गू” कार्यक्रम कहानी और कला के माध्यम से बच्चों के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक विकास को बढ़ाने में सहयोग करता है।

नालंदा फाउडेंशन के नदीम आलम ने बताया-कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कला और कहानी के माध्यम से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को यह सिखाना था कि आसपास मौजूद वस्तुओं, प्रकृति के माध्यम और ऐसे सामान से जिसका इस्तेमाल हम नहीं करते हैं, कबाड़ समझते हैं उन चीजों के इस्तेमाल से हम बच्चों के विकास में सहयोग कर सकते हैं। कार्यक्रम की शुरुआत कहानी सुनाने के सत्र से हुई, जिसमें सभी आंगनबाड़ी शिक्षिकाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम के अगले सत्र में प्रशिक्षित कलाकारों ने विभिन्न गतिविधियों और तरीकों से चीजों का निर्माण करना आंगनबाड़ी शिक्षिकाओं को बताया। उन्होंने बताया- कटोरी, चम्मच, पत्ते, टहनियों, मोजे, पुराने अखबार के माध्यम से बच्चों को किस तरह बुनियादी शिक्षा, बुनियादी संख्या ज्ञान खेल-खेल में दिया जा सकता है। कार्यशाला में जनपद की 70 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने प्रतिभाग किया।

कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी पूनम तिवारी, एचसीएल फाउंडेंशन से नीलिमा चोपड़ा ने भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और उन्हे बताया वह यहां बतायी गयी कला का इस्तेमाल अपने केन्द्रों पर करें और बच्चों को खेल-खेल में शिक्षित और विकसित करें। पूनम तिवारी ने कहा- आंगनबाड़ी केन्द्र बच्चों की शिक्षा का वह केन्द्र है जहां से वह पाठशाला पूर्व की शिक्षा पाते हैं। यहां बच्चों के शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक विकास का पूरा ख्याल रखा जाता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here