वैश्विक हाथ धुलाई दिवस पर स्वास्थ्य इकाइयों, आंगनवाड़ी केंद्रों व स्कूलों में आयोजित हुए कार्यक्रम
बच्चों को हाथों की सफाई के बताए फायदे
फिरोजाबाद। वैश्विक हाथ धुलाई दिवस यानि ‘ग्लोबल हैंड वॉश डे’ पर जनपद की सभी स्वास्थ्य इकाइयों, आंगनबाड़ी केंद्रों, स्कूलों व अन्य स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को हाथ धोने के प्रति जागरूक किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. डीके प्रेमी ने कहा कि हाथ ना धोने के कारण सबसे अधिक बीमारियां होती हैं। हाथों के जरिए ही संक्रमण और बैक्टीरिया आसानी से शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और कई प्रकार की बीमारियां पैदा कर देते हैं।
नोडल ऑफिसर डॉ. अशोक कुमार का कहना है कि हाथों में संक्रमण रहने से पेट में कीड़े, त्वचा संबंधी बीमारी के साथ-साथ हाथ-पैर, आंख और मुंह संबंधी बीमारियां हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि हाथों को साफ करने के लिए ‘सुमन-के’ फार्मूले का प्रयोग करते हुए साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोने चाहिए, जिससे हाथों में संक्रमण का खतरा लगभग ना के बराबर हो जाता है।
डीसीपीएम रवि कुमार का कहना है कि हाथ धोना एक दवा की तरह है। हाथों को स्वच्छ रखने से अनेक प्रकार की बिमारियों से बच सकते हैं।
टूंडला सीएचसी अधीक्षक डॉ. कृति ने कहा कि हाथों को खाना खाने से पहले, टॉयलेट इस्तेमाल करने के बाद, किसी वस्तु को छूने, जानवरों को छूने के बाद हाथों को ठीक प्रकार से साबुन से धोना चाहिए।
सीडीपीओ ग्रामीण सुशीला ने कहा कि ग्लोबल हैंड वाशिंग डे के मौके पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा केंद्रों पर आने वाली महिलाओं, किशोरियों व बच्चों को हाथ धोने के प्रति जागरूक कर हाथ न धोने से होने वाली बीमारियों के प्रति समझाया गया। ग्लोबल हैंडवाशिंग डे के कार्यक्रमों में यूनिसेफ के डीएमसी अनिल शुक्ला की विशेष भूमिका रही।