राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन
मध्य प्रदेश शिवनी। संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय आह्वान पर 10 अक्टूबर से जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पहुँची ‘नफरत छोड़ो, संविधान बचाओ’ पदयात्रा यात्रा 2 दर्जन से अधिक गांवों तक किसानों को जनजाग्रति के लिए अपने संदेश को पहुँचाते हुए आज जिला मुख्यालय के अंबेङकर चौक पहुंची ।
किसान नेता पूर्व विधायक डॉ. सुनीलम व किसान संघर्ष समिति की उपाध्यक्ष एड.आराधना भार्गव सहित अनेक संगठनों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में कार्यक्रम संपन्न हुआ।
यात्रा में संयुक्त रूप से किसान संघर्ष समिति के जिला अध्यक्ष रामकुमार सनोडिया, पवन सनोडिया, अखिल भारतीय किसान सभा, अन्नदाता किसान संगठन के कार्यकर्ताओं का प्रमुख रूप से योगदान रहा।
अपराह्न 2 बजे पहुँचे पदयात्रियों का स्वयं डॉ सुनीलम सहित किसान प्रतिनिधियों ने फूलमालाओं से स्वागत किया।
पदयात्रियों ने ग्रामीणों से हुई चर्चा से सभी को अवगत कराया। राहुल कुमार के जनगीत से कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डा सुनीलम ने कहा कि देश के सभी जिलों में 2अक्टूबर से 10 दिसंबर के बीच पदयात्राएं इसलिए की जा रहीं है ताकि भाजपा और संघ से जुड़े संगठनों एवम अन्य कटरपंथी समूहों द्वारा फैलाए जा रहे जहर अर्थात नफरत की भावना को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि नफरत तनाव पैदा करती है और अंततः हिंसा को जन्म देती है, ऐसे वातावरण से विकास अवरूद्ध हो जाता है। डॉ सुनीलम ने कहा कि नफरत फैला कर देश में ध्रुवीकरण कर भाजपा ने सत्ता हासिल की है और अब सत्ता में बने रहने के लिए वह दिन रात देश का सांप्रदायिक सद्भाव का वातावण बिगाड़ रही है। जिससे जनता के बेरोजगारी, महंगाई, किसानों के कृषि उत्पादों की समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी जैसे मूल मुद्दे लगातार राजनीतिक एजेंडा से दूर होते जा रहें हैं।उन्होंने कहा कि संवैधानिक सिद्धांतों को लागू कराने के लिए जागरूकता पैदा करना पदयात्राओं का उद्देश है।
डॉ सुनीलम ने सिवनी के उन सभी संगठनों को बधाई दी, जो आपसी संवाद और समन्वय के आधार पर मजबूती से संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले संघर्ष कर रहे हैं।
पूर्व विधायक डॉ सुनीलम ने कहा कि छिंदवाड़ा और सिवनी में जिस तरह की पदयात्राएं की गई है, उसी तरह की पदयात्रा नवंबर माह में बैतूल, सागर और नीमच में तय की जा चुकी हैं।
डॉ सुनीलम ने किसान, मजदूर, युवा, नौजवानों को गांव गांव में अपने -अपने संगठन को मजबूत करने व लड़ाई में सहयोग की अपील की है।
किसान संघर्ष समिति की उपाध्यक्ष एड.आराधना भार्गव ने कहा कि संघर्ष के रास्ते से ही समाज और देश में परिवर्तन लाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि सिवनी में सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने के लिए छिंदवाड़ा के 31 गांवों को डुबोया गया लेकिन आज तक माइनर नहरें बनाने का काम पूरा नहीं हुआ है। नहरों के रखरखाव के अभाव में मुख्य नहर से किसानों के खेतों में जल भराव हो रहा है तथा फसलें नष्ट हो रही है।
उन्होंने कहा कि किसान संघर्ष समिति जल्दी ही नहरों के सिंचाई क्षेत्र का सर्वे कराकर सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष तथ्य प्रस्तुत करेगी ताकि प्रभावित किसानों को न्याय मिल सके।
न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी कानून सहित अन्य मांगों को लेकर जिला कलेक्टर सिवनी के माध्यम से राज्यपाल को अपना माँग ज्ञापन पत्र सौंपते हुए चेतावनी दी गई है कि यदि किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया गया तो जिले स्तर पर उग्र आंदोलन किया जाएगा। कार्यक्रम को विभिन्न संगठनों के नेताओं ने संबोधित किया।