नितिन गडकरी ने कहा कि वर्तमान में भारतीय ऑटोमोबाइल का व्यापार 7.8 लाख करोड़ रुपये का है और मैं इसे 15 लाख करोड़ रुपये का उद्योग बनाना चाहता हूं। जर्मनी की लग्जरी वाहन निर्माता कंपनी मर्सिडीज बेंच ने पहली मेक इन इंडिया इले्ट्रिरक कार को लांच किया। लांचिंग के मौके पर केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद थे। नितिन गडकरी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि हम मध्यम वर्ग के लोग हैं और यहां तक कि मैं भी आपकी कार नहीं खरीद सकता।
नितिन गडकरी ने मर्सिडीज बेंच के वाहन स्कैप्रिंग इकाइयों की स्थापना के लिए संयुक्त उद्यम स्थापित करने पर भी विचार रखा, जिससे कंपनी को अपने पुर्जांे की लागत को 30 प्रतिशत तक कम करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि हमारे रिकार्ड के अनुसार हमारे पास 1.02 करोड़ वाहन स्क्रैपिंग के लिए तैयार हैं। हमारे पास केवल 40 इकाइयां हैं। मेरा अनुमान है कि हम एक जिले में चार स्क्रैपिंग यूनिट खोल सकते हैं। इसलिए इतनी आसानी से हम ऐसी 2,000 इकाइयां खोल सकते हैं। नितिन गडकरी ने काह कि आप उत्पादन बढ़ाएं तभी लागत कम करना संभव है। हम मध्यम वर्ग के लोग हैं। मैं भी आपकी कार नहीं खरीद सकता। मेरा सुझाव है कि आप कुछ ऐसी इकाइयां स्थापित कर सकते हैं जो आपको रीसाइक्लिंग के लिए कच्चा माल देंगी, जिससे आपके कलपुर्जे की लागत 30 प्रतिशत तक कम हो जाएगी। सरकार ऐसी सुविधाओं को बढ़ावे दे रही है और जरूरी है कि हमें आपकी तरफ से सहयोग मिले।
नितिन गडकरी ने कहा कि देश में कुल 15.7 लाख पंजीकृत इले्ट्रिरक वाहन हैं। कुल ईवी बिक्री में 335 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और भारत एक बड़ा बाजार है। देश में एक्सप्रेस हाइवे आने से मर्सिडीज बेंच इंडिया को इन कारों के लिए एक अच्छा बाजार मिलेगा। भारतीय ऑटोमोबाइल का क्षेत्र वर्तमान मे 7.8 लाख करोड़ रुपये का है और इसमें 3.5 लाख करोड़ रुपये का निर्यात है। मेरा सपना इसे 15 लाख करोड़ रुपये का उद्योग बनाना है। मर्सिडीज बेंच इंडिया ने अक्टूबर 2020 में अपनी ऑल इले्ट्रिरक एसयूवयी ईक्यूसी को पूरी तरह से आयातित इकाई के रूप में लांच करने के साथ भारत में अपना इलेक्ट्रो मोबिलिटी ड्राइव शुरू किया। इसकी कीमत 1.07 करोड़ रुपये थी। मर्सिडीज की नई कार टी१ूीिी२ इील्ल९ एदर 580 जिसे लांच किया गया है, उसकी कीमत 1.55 करोड़ रुपये है।