राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद बुधवार को लंबे अरसे के बाद पटना स्थित पार्टी के प्रदेश कार्यालय पहुंचे, जहां 11 फीट की संगमरमर से बनी लालटेन को जलाकर इसका लोकर्पण किया।
लोकार्पण कार्यक्रम के बाद लालू प्रसाद ने राजद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अपने पुराने अंदाज में दिखे और कहा राजद सबसे बड़ी ताकत है और सरकार तो बननी ही है।
लालू प्रसाद ने कहा कि लालटेन रोशनी का प्रतीक है। यह गरीब गुरबों को राह दिखाने का काम करता है। लालटेन को हेरिकेन लैंप कहा जाता है, जो तूफान में भी नहीं बुझता है।
लालू प्रसाद ने किसान आंदोलन की चर्चा करते हुए कहा कि सरकार द्वारा कृषि कानून को वापस लेना किसानों की जीत है। उन्होंने कहा कि अन्याय के खिलाफ हमारा संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का प्रपंच हम तोडेंगे।
उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर रहने की नसीहत देते हुए कहा कि हम जब मुख्यमंत्री बने थे तब उसे गरीबों का राज कहा जाता था। उन्होंने तेजस्वी यादव की भी खूब तारीफ की है। उन्होंने कहा कि राजद के लिए तेजस्वी और सभी कार्यकर्ता खूब मेहनत करते हैं।
लालू प्रसाद ने केन्द्र सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि जब हम रेल मंत्री बने तो घाटे के सौदे वाले रेलवे को भी फायदे में लाया था। उन्होंने कहा कि बिहार में कारखाने लगवाए थे। बहुत सारे काम किए। रेल का किराया कम किया।
उन्होंने बिहार सरकार पर विकास के दावे पर तंज कसते हुए कहा कि अभी भी राज्य के कई इलाकों में जलजमाव है।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने बिहार से दूर रहने की पीड़ा भी बयां की। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मेरा मन नहीं लगता। इस क्रम में सुबह-सुबह जीप की सवारी की चर्चा भी की। कार्यक्रम में लालू ने शिकायत कर दी कि राजद में महिलाओं को तरजीह नहीं दी जा रही। आगे से जहां भी सभा हो महिलाओं को कुर्सी पर बिठाइए।
उन्होंने बताया कि राजद कार्यालय में पुस्तकालय भी बनाया जाएगा।