Nano Diamond Battery
Nano Diamond Battery: जिस प्रकार डायमंड कठोर, टिकाऊ और सदा के लिए रहता हैं उसी मार्केट में भी सदा के लिए काम करने वाली बैटरी आ चुकी हैं, बताया जा रहा कि इस बैटरी को कभी चार्ज नहीं करना पड़ेगा। इसकी क्षमता 28 हजार साल हैं यानी आपके फोन, घड़ी और गैजेट की बैटरी कभी खत्म नहीं होने वाली भले ही आपके गैजेट ही क्यों न खराब हो जाए, लेकिन आपकी बैटरी चलती रहेगी।
अमेरिका की एक कंपनी का दावा है कि उन्होंने रेडियो एक्टिव कचरे की सहायता से उनकी बनाई गई बैटरी को चार्ज करने की जरुरत नही होगी, 400 पीढ़ियों तक बिना चार्ज किए। इसे उन्होने (Nano Diamond Battery) नैनों डायमंड बैटरी नाम दिया हैं। जिस तेजी से बैटरी हमारे जीवन का एक हिस्सा बन चुकी हैं ऐसे में इस प्रकार की बिना चार्ज के बैटरी का मार्केट में आया क्या नया बदलाव आएगा चलिए देखते हैं।
क्या है ये नैनों डायमंड बैटरी (Nano Diamond Battery Kya Hai) –
हर साल दुनियाभर में लगभग 3 लाख टन कचरा पैदा होता हैं। फिलहाल वैज्ञानिकों के पास इस कचरे से निपटने का कोई ठोस उपाय नहीं हैं। इन बैटरी को परमाणु रिएक्टर से निकले ग्रेफाइट घटकों को गर्म करने से बनती हैं, गर्म करने के बाद इससे रेडियो एक्टिव कार्बन, कार्बन 14 में बदल जाता हैं।
अब इस कार्बन 14 पर भारी दबाव डाल कर फिर इसे हीरे का आकार दिया जाता हैं, ये परमाणु हीरा ही बिजली की उत्पति करते हैं। इनका निर्माण सभी प्रकार के साइज की बैटरी निर्माण में किया जा सकता हैं।
अभी ये बैटरी मार्केट में उपलब्ध नहीं है, अगले साल इसका मार्केट में आने का अनुमान हैं। हमने आपको नैनों डायमंड बैटरी के बारे में सब कुछ बताया (Nano Diamond Battery Kya Hai) अब लीथियम आयन बैटरी को भी जानते हैं।
लिथियम आयन बैटरी –
लिथियम आयन बैटरी, लेड बैटरी की अपेक्षा ज्यादा क्षमता के साथ सुविधा जनक हैं, वर्तमान के समय में सबसे उपयोग की जाने वाली उपयोग में आसान हैं जिससे हम पहले से ही इस्तेमाल अपने दैनिक जीवन के हर पहलू में कर रहे हैं, लेकिन लिथियम की भरमार चीन के पास होने से पूरी दुनिया पर निर्भर हैं, अमेरिका की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी टेस्ला भी अपनी कार की बैटरी हेतु चीन पर निर्भर हैं जिसके कारण आए दिन उनकी आलोचना होती रहती हैं।
लिथियम आयन बैटरी के साथ एक और बात समय के साथ सामने आयी कि ये जितने किफायती हैं उतने ही सुरक्षा के दृष्टिकोण से कमजोर साबित हुए हैं। OLA जैसे कंपनी के वाहनों में अचानक लगी आग से यह बात सबके सामने आ रही कि लिथियम आयन बैटरी उतनी भी सुरक्षित नहीं अधिक तापमान पर इसमें आगजनी की घटना आए दिन देखने को मिलती हैं। आगजनी की घटना में बढ़ावा भी लिथियम से मिलते हैं।
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नैनों डायमंड बैटरी की समस्याएं –
डायमंड नैनो बैटरी इन बैटरी के साथ दो बड़ी समस्या (Disadvantages Of Nano Diamond Battery) है –
- इनकी क्षमता एक आम बैटरी की अपेक्षा 10 वे हिस्से के बराबर होती हैं। इसका सबसे अच्छा इस्तेमाल छोटे उपकरण जैसे कि सेंसर, ट्रांजिस्टर, पेस मेकर इन सभी डिवाइस में किया जाता हैं। जहां बैटरी को बदलना या रिचार्ज करना बहुत मुश्किल होता हैं। अंतरिक्ष सैटेलाइट में, इन्ही बैटरी से अगर ज्यादा ऊर्जा प्राप्त करनी है तो इन सभी बैटरी को जोड़ा जा सकता हैं।
इसका इस्तेमाल एक छोटे गांव या सड़क को रोशन करने के लिए किया जा सकता हैं। हो सकता है भविष्य में इसका इस्तेमाल गांव कस्बे को रोशन करने में किया जा सकता हैं। इन बैटरी को आसानी से रीसायकल भी किया जा सकता हैं।
- ये पूरी तरह से रेडियो एक्टिव से सुरक्षित नहीं हैं। इसलिए अगर ये लीक हुए तो ये उतने ही खतरनाक साबित हो सकती हैं। इसके साथ गैजेट हमारे शरीर के काफी करीब होते है, और कृत्रिम अंगों में इसके प्रयोग की संभावना खत्म हो जाती हैं।
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डायमंड नैनो बैटरी के क्षेत्र में अभी बहुत कुछ खोजना, संभावना निकालना बची हैं फिलहाल तो इस बैटरी के दैनिक जीवन में प्रयोग को कंपनी के द्वारा सत्यापित अभी तक नहीं किया गया इसके अलावा परमाणु पदार्थों का प्रयोग करने के कारण ये आम जिंदगी में कितना असर पड़ेगा अब ये तो वक्त ही बताएगा, उम्मीद है कि (Nano Diamond Battery) नैनों डायमंड बैटरी इस सभी पैमाने पर खड़ी उतरेगी।