Electric Scooter : अभी भारत में दुनिया की सबसे बड़ी कार निर्माता कम्पनी Tesla की भारत आने की बात ही चल रही थी और भारत के 2 पहिया इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Scooter) में आग लगना शुरू होती। बात गंभीर इसलिए भी हैं क्योंकि ये घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं। कई घटनाओं में लोगों की जान जाने के मामले सामने आने के बाद इलेक्ट्रिक स्कूटर (Electric Scooter) बनाने वाली कंपनियों ने अपने स्कूटर वापस लेने की बात नहीं है दूसरी तरफ सरकार के मंत्रालय भी इन घटनाओं पर सख्त रुख अपनाने की बात कर रहें।
ऐसा माना जा रहा कि आम तौर पर इलेक्ट्रिक स्कूटर भारत की गर्मी की अपेक्षा ठंडे इलाकों को ध्यान में रख कर बनाए जाते हैं। 23 अप्रैल को आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा में 40 वर्षीय युवक की मौत उसके इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने के कारण हुई साथ ही पत्नी और बच्चे भी गंभीर हालत में बताए जा रहें। ये घटना तब हुई जब वह अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी को बाथरूम में चार्ज लगा कर सो रहा था।
इसके पहले निजामाबाद की घटना, महाराष्ट्र और तमिलनाडु से इस तरह के मामले सामने आ रहे। मार्च में तमिलनाडु में आग लगने से एक पिता तथा पुत्री की मौत हो गई थी।
इलेक्ट्रिक स्कूटर (Electric Scooter) पर सरकार का रुख –
बढ़ते मामलों को देख 21 अप्रैल की परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अब एक्सपर्ट कमेटी के गठन करने की बात कही हैं। अपने Twitter पर उन्होने कई सारे tweet कर अपनी बात रखी।
इसके पहले नीति आयोग ने सुरक्षा की बढ़ोतरी के लिए बैटरी स्वैपिंग पॉलिसी लेकर आई हैं जिसके अनुसार बैटरी को चार्ज की जगह सीधा बदल दिया जाएगा। जिससे रिचार्ज की समस्या का समाधान हो सकता हैं। इसके साथ ही इलेक्ट्रिक स्कूटर (Electric Scooter) बिना बैटरी के बेचे जाएंगे। कोई भी व्यक्ति ये स्टेशन खोल सकता हैं। आयोग का टारगेट पहले 70 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में पहले इन स्टेशनों को स्थापित करने को लेकर हैं।
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एक्सपर्ट कमेटी के गठन के पूर्व DRDO की CFEES (center for fire explosive and environment safety) के इस मामले पर जांच करने की बात सामने आई थी।परिवहन मंत्री ने दोषी पाए जाने पर इलेक्ट्रिक स्कूटर (Electric Scooter) निर्माता कंपनियों पर भारी जुर्माना लगाने की बात कही हैं वही मार्केट से इलेक्ट्रिक स्कूटर वापस लेने की बात भी कहीं।
इस घोषणा के आने के पहले ही OLA ने अपने 1441 इलेक्ट्रिक स्कूटर वापस लेने की बात कहीं है वही भारतीय बाजार में सक्रिय अन्य कंपनियां जैसे की Okinawa और PURE EV जैसी कंपनियां भी अपने स्कूटर मार्केट से वापस ले रहीं हैं OLA ने अपने इस कदम को एहतियातन कदम बता कर कहां है कि वे इस स्पेशल बैच की जांच करेंगे।
इलेक्ट्रिक स्कूटर (Electric Scooter) आग के कारण-
शुरुआती जांच में कंपनियों तथा विशेषज्ञों द्वारा बैटरी के तापमान में आए परिवर्तन कारण बताया जिसके देखभाल के लिए BMS (Battery Management System) लगाया जाता हैं। इसके अलावा चार्जिंग पोर्ट में शार्ट सर्किट के कारण हो जाने के कारण भी कुछ मामले सामने आए वहीं बाहर से बनकर आई इन बैटरी भारत के अत्यधिक तापमान के प्रति अनुकूल नही मानी जा रहीं ऐसा मुमकिन है कि वातावरण में तापमान जरुर कम हो लेकिन बैटरी के आसपास का तापमान सामान्य से ज्यादा हो जाने पर ऐसी घटनाएं सामने आ रही।
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चलिए जानते है कि इलेक्ट्रिक स्कूटर(Electric Scooter)में प्रयोग होने वाली बैटरी के बारे में –
हमारे इलेक्ट्रिक स्कूटर (Electric Scooter) में प्रयोग होने वाली बैटरी लिथियम आयन बैटरी होती हैं जिसका प्रयोग हमारे मोबाइल फोन, Bluetooth, कैमरा, Smart watch में करते हैं ये Li-Ion बैटरी का मुख्य एलिमेंट लिथियम है जिसे भारत के बाहर से Import किया जा रहा हैं। जिसे चीन से मंगाया जाता हैं पूरी दुनिया इसी पर निर्भर हैं। यानी की भारत में बनने वाले स्कूटर भी बने तो भारत में है लेकिन उनकी बैटरी बाहर से मंगाई जाती हैंं।
कर्नाटक में लिथियम मिलने के आसार से भविष्य में ऐसा हो सकता है कि हमें सस्ते इलेक्ट्रिक स्कूटर भारत में भी देखने को मिले जिसमें ज्यादा अच्छे तरीके से सुरक्षा का ध्यान रखा जा सकें। अन्य देशों में इस प्रकार के मामलों से बचने के लिए बैटरी को सरकार द्वारा निर्धारित केन्द्रों से खरीदा जाता है जिससे सुरक्षा तथा जवाबदारी को तय किया जा सके उम्मीद है कि भारत में भी सुरक्षा का सही इंतजाम किया जाए।