द न्यूज 15
नई दिल्ली। भले ही चुनाव में कांग्रेस लगातार पिछड़ रही हो पर डिबेट में भाजपा और कांग्रेस की फाइट देखने लायक होती है। यदि कांग्रेस की ओर से प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत हों तो डिबेट का पारा और बढ़ जाता है। दरअसल आतंकवाद और उग्रवद पर एक निजी टीवी पर हो रही एक डिबेट में ऐसा ही नजारा देखने को मिला।
इस बहस में भाजपा और कांग्रेस के प्रवक्ता आपने सामने थे, जहां कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि अगर भाजपा का जमीर जिंदा है तो वह गोरखपुर हमले के आरोपी अहमद मुर्तजा के साथ ही यति नरसिंहानंद के बयान की भी भर्त्सना करें। सुप्रिया के इस बयान का जवाब देते हुए भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि बाटला हाउस और अफजल गुरु की फांसी को लेकर कांग्रेस क्या बोलेगी ?
दरअसल गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर में हुए हमले को उत्तर प्रदेश पुलिस ने आतंकी घटना करार दिया है। ऐसे में इस मामले को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। ज्ञात हो कि रविवार गोरखनाथ थाने के गेट नंबर-1 के पास अहमद मुर्तजा नामक व्यक्ति ने मंदिर की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों पर हमला बोल दिया। इस दौरान मुर्तजा पर धार्मिक नारे लगाने के आरोप हैं।
इस मामले को लेकर टीवी न्यूज चैनल चल रही बहस में कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा है कि मुर्तजा जैसे व्यक्ति की करतूत हम भी आलोचना करते हैं। उनका कहना था कि उतनी ही भर्त्सना यति नरसिंहानंद के बयान की भी होनी चाहिए। उनका कहना था कि पर भाजपा के प्रवक्ता सुधांशु जी भर्त्सना नहीं कर पा रहे हैं। श्रीनेत ने कहा है कि पीडीपी के साथ सरकार बनाने वाली और मसूद अजहर को छोड़ने वाली पार्टी कौन है ? भाजपा ही है न। श्रीनेत का कहना था कि भाजपा विचार की नहीं बल्कि सहूलियत की राजनीति करती है। श्रीनेत के बयान पर पलटवार करते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि सुप्रिया ने जमीर की बात है तो बाटला हाउस एनकाउंटर में मारे गये आतंकियों के लिए सोनिया गांधी की आंख में आंसू कैसे आ गये ? उनका कहना था कि अगर कांग्रेस का जमीर जिंदा है तो उस पर माफी मांगिए। उनका कहना था कि याकूब मेनन की फांसी पर आपके ही नेता ने कहा कि उसकी न्यायिक हत्या हुई है। उन्होंने कहा कि अगर जमीर जिंदा है तो फिर माफी मांगिए।”
दरअसल गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर में हुए हमले को उत्तर प्रदेश पुलिस ने आतंकी घटना करार दिया है। ऐसे में इस मामले को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। ज्ञात हो कि रविवार गोरखनाथ थाने के गेट नंबर-1 के पास अहमद मुर्तजा नामक व्यक्ति ने मंदिर की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों पर हमला बोल दिया। इस दौरान मुर्तजा पर धार्मिक नारे लगाने के आरोप हैं।
इस मामले को लेकर टीवी न्यूज चैनल चल रही बहस में कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा है कि मुर्तजा जैसे व्यक्ति की करतूत हम भी आलोचना करते हैं। उनका कहना था कि उतनी ही भर्त्सना यति नरसिंहानंद के बयान की भी होनी चाहिए। उनका कहना था कि पर भाजपा के प्रवक्ता सुधांशु जी भर्त्सना नहीं कर पा रहे हैं। श्रीनेत ने कहा है कि पीडीपी के साथ सरकार बनाने वाली और मसूद अजहर को छोड़ने वाली पार्टी कौन है ? भाजपा ही है न। श्रीनेत का कहना था कि भाजपा विचार की नहीं बल्कि सहूलियत की राजनीति करती है। श्रीनेत के बयान पर पलटवार करते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि सुप्रिया ने जमीर की बात है तो बाटला हाउस एनकाउंटर में मारे गये आतंकियों के लिए सोनिया गांधी की आंख में आंसू कैसे आ गये ? उनका कहना था कि अगर कांग्रेस का जमीर जिंदा है तो उस पर माफी मांगिए। उनका कहना था कि याकूब मेनन की फांसी पर आपके ही नेता ने कहा कि उसकी न्यायिक हत्या हुई है। उन्होंने कहा कि अगर जमीर जिंदा है तो फिर माफी मांगिए।”