द न्यूज 15
लखनऊ/इटावा। इसे समाजवादी पार्टी में शिवपाल यादव और अखिलेश यादव का विवाद कहें या फिर शिवपाल यादव का योगी आदित्यनाथ से सटना। भाजपा ऐसा कुछ खेल करना चाहती है कि अखिलेश यादव के लिए विधानसभा में मुश्किलें खड़ी हो जाएं। अब शिवपाल यादव को डिप्टी स्पीकर बनाने की चर्चा शुरू हो गई है। ऐसे में अखिलेश यादव समेत दूसरे विधायकों में हलचल है। अखिलेश यादव जानते हैं कि यदि शिवपाल यादव को डिप्टी स्पीकर बना दिया जाता है तो वह चुन-चुन कर अपमान का बदला लेंगे।
लखनऊ/इटावा। इसे समाजवादी पार्टी में शिवपाल यादव और अखिलेश यादव का विवाद कहें या फिर शिवपाल यादव का योगी आदित्यनाथ से सटना। भाजपा ऐसा कुछ खेल करना चाहती है कि अखिलेश यादव के लिए विधानसभा में मुश्किलें खड़ी हो जाएं। अब शिवपाल यादव को डिप्टी स्पीकर बनाने की चर्चा शुरू हो गई है। ऐसे में अखिलेश यादव समेत दूसरे विधायकों में हलचल है। अखिलेश यादव जानते हैं कि यदि शिवपाल यादव को डिप्टी स्पीकर बना दिया जाता है तो वह चुन-चुन कर अपमान का बदला लेंगे।
दरअसल राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अखिलेश यादव को एहसास कराने के लिए भाजपा उनके चाचा शिवपाल यादव को विधानसभा के डिप्टी स्पीकर का पद दे सकती है। बताया जा रहा है कि शिवपाल यादव इस पद के मिलने सहमत हैं। हालांकि खुद के बारे में अटकलों पर कुछ बोलने के बजाय शिवपाल यादव खामोश रहना पसंद कर रहे हैं।
दरअसल यदि शिवपाल यादव को डिप्टी स्पीकर की कुर्सी मिलती है तो वह सदन में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के बगल में बैठेंगे।
दरअसल यदि शिवपाल यादव को डिप्टी स्पीकर की कुर्सी मिलती है तो वह सदन में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के बगल में बैठेंगे।