बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की भांजी केसरी देवी पर गया में कुछ लोगों ने हमला कर दिया। मांझी की भांजी केसरी देवी जिला पंचायत सदस्य हैं।
द न्यूज 15
नई दिल्ली। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के रिश्तेदार पर मंगलवार को कुछ लोगों ने हमला कर दिया। ये घटना बिहार के गया जिले में हुई है। इस हमले में कुछ लोग घायल भी हुएं हैं और जीतन राम मांझी इस हमले को लेकर काफी गुस्से में हैं। ये हमला जीतन राम मांझी की भांजी पर हुआ है।अपनी भांजी पर हुए हमले से नाराज जीतन राम मांझी ने कहा कि उस दौरान अगर वो वहां होते, तो फायरिंग कर 2-4 को ढेर कर देतें।
घटना पर बात करते हुए जीतन राम मांझी ने कहा कि स्थानीय दबंगों ने हमला किया है। उन्होंने कहा कि, “मेरी भतीजी केसरी देवी, जो एक पंचायत सदस्य है और उसके परिवार के सदस्यों पर स्थानीय ताकतवरों सहित लगभग 25 लोगों ने हमला किया। अगर मेरे साथ ऐसी घटना होती तो मैं उन पर गोली चला देता और कम से कम 2 से 5 हमलावरों को मार डालता।”
जीतन राम मांझी ने पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि, “पुलिस ने इस मामले में महज एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। हमारी भांजी जहां रहती है वहां कोएरी समाज के लोग अधिक संख्या में रहते हैं और ज्यादातर लोग हमारे पक्ष में हैं और यही बात दबंगों को हजम नहीं हुई। 2-3 हफ्तों के लिए गांव में पुलिस को कैंप करना चाहिए लेकिन गया की पुलिस आखिर कहां है? मै अपनी भांजी के गांव जा रहा हूं और घटनास्थल का निरीक्षण करेंगे।
बता दें कि हाल ही में बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने भी पुलिस को लेकर सवाल उठायें थे और इसको लेकर विधानसभा में खूब हंगामा भी हुआ था। दरअसल सरस्वती पूजन के दौरान कोरोना नियमों के उल्लंघन के आरोप में पुलिस ने विजय सिन्हा के एक करीबी आदमी को गिरफ्तार कर लिया था, जिसको लेकर स्पीकर ने लखीसराय पुलिस पर नाराजगी व्यक्त की थी।
इस मुद्दे को लेकर विपक्ष ने भी स्पीकर का साथ दिया था और विधानसभा में हंगामा किया था। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस मुद्दे को लेकर विधानसभा अध्यक्ष पर ही भड़क गये थें और अध्यक्ष को नसीहत देते हुए ये तक कह डाला था कि सिस्टम संविधान से चलता है।