द न्यूज 15
पलवल। हरियाणा के पलवल जिले में भिडूकी गांव में होली के दिन चार बच्चों की मौत से मातम छा गया। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, पलवल जिले में भिडूकी गांव स्थित सिद्ध दास बाबा मंदिर के तालाब में होली के दिन शुक्रवार को नहाते समय 4 बच्चों की डूबने से मौत हो गई। चारों बच्चों की उम्र 12 से 14 साल के बीच थी। घटना के बाद सभी परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
बताया जा रहा है कि, चारों बच्चे होली खेलने के बाद इस तालाब में नहाने के लिए गए थे और तभी चारों गहरे पानी में डूब गए। आसपास के लोगों को जब पता चला तो ग्रामीणों ने बच्चों को बाहर निकाला, लेकिन तब तक चारों की मौत हो गई।
हसनपुर थाना के एसएचओ ने बताया कि पुलिस अभी तालाब में तलाश कर रही है कि कहीं इनके साथ कोई और बच्चा तो नहीं डूब गया। इसके लिए तालाब को खाली करवाया जा रहा है।
गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र में रहने वाले एक बुजुर्ग ने अपने बेटे और बहू पर अत्याचार करने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया है। बुजुर्ग का आरोप है कि वह लकवाग्रस्त हैं, इसके बावजूद बेटा-बहू उन्हें कमरे में भूखे-प्यासे बंद करके कई दिन के लिए बाहर चले जाते हैं और दवाई तक के लिए नहीं पूछते। पिता को बुआ के घर छोड़कर आने के बाद बेटे ने तीन महीने तक उनकी सुध नहीं ली तो बुजुर्ग ने थाने पहुंचकर कार्रवाई की गुहार लगाई। बेटा-बहू के साथ-साथ बेटे के साले और दोस्त पर भी प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं। पुलिस का कहना है कि चारों के खिलाफ केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
मसूरी थाना क्षेत्र की वेब सिटी निवासी 71 वर्षीय हैरी फर्नांडिस ने बताया कि वह लकवाग्रस्त हैं और 22 साल पहले ही उनकी पत्नी का देहांत हो चुका है। उनका बेटा और बहू उन्हें कई-कई दिन तक कमरे में भूखे-प्यासे बंद करके बाहर चले जाते हैं। इस दौरान खाना-पानी और दवाई के बिना वह तड़पते रहते हैं। बुजुर्ग का आरोप है कि बेटा-बहू की यह यातना काफी समय से चल रही थी। वह अपनी बीमारी का हवाला देकर नसीहत देते थे, लेकिन इसके बावजूद बेटा-बहू पर कोई असर नहीं होता था। बुजुर्ग ने आरोप लगाया है कि उनका बेटा अपने साले और दोस्त के साथ घर पर शराब पीकर हुड़दंग करता है। वह विरोध करते हैं तो बेटे के साथ-साथ उसका साला व दोस्त भी उनके साथ गाली-गलौज करते हैं। इतना ही नहीं, उनकी निजी जिंदगी में खलल डालने पर जान से मारने की धमकी देते हैं। बुजुर्ग का आरोप है कि वह घुट-घुटकर अपनी जिंदगी जी रहे हैं। बेटा-बहू उनका खर्च भी नहीं उठाते।