गाजियाबाद जिले में 81% प्रत्याशी नहीं बचा सके जमानत, कई नोटा से भी पीछे

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द न्यूज 15

गाजियाबाद । उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनावी रण में भी गाजियाबाद जिले की पांच विधानसभा सीटों पर उतरे 80.7 फीसदी प्रत्याशी अपनी जमानत भी नहीं बचा सके हैं। इन सभी 42 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई है, जबकि सीट पर विजेता व उपविजेता की ही जमानत बच सकी है।

जिले की पांचों विधानसभा सीटों पर कुल 52 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे। इसमें से कुल 42 प्रत्याशी अपनी जमानत तक नहीं बचा सके हैं। सबसे ज्यादा गाजियाबाद शहर सीट पर कुल 14 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा, जिसमें से कुल 12 प्रत्याशी अपनी जमानत बचाने में नाकाम साबित हुए हैं। इस सीट पर विजेता भाजपा प्रत्याशी अतुल गर्ग और उपविजेता सपा रालोद गठबंधन के प्रत्याशी विशाल वर्मा ही अपनी जमानत बचा सके हैं।
कांग्रेस की ‘मॉडल’ प्रत्याशी के खूब हुए चर्चे, जानें अर्चना गौतम को कितने मिले वोट :  वहीं, साहिबाबाद सीट पर कुल 11 प्रत्याशी चुनावी रण में थे, जिसमें से नौ प्रत्याशी जमानत नहीं बचा सके हैं। यहां भाजपा प्रत्याशी सुनील शर्मा और गठबंधन प्रत्याशी अमर पाल ही अपनी जमानत बचा पाए है। मुरादनर सीट पर दस प्रत्याशियों में से आठ प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई है। यहां सिर्फ भाजपा के अजित पाल त्यागी और गठबंधन के सुरेंद्र कुमार मुन्नी की जमान जब्त नहीं हुई है। मोदीनगर सीट पर कुल सात प्रत्याशी मैदान में उतरे थे, जिसमें से पांच की जमानत जब्त हो गई है। भाजपा प्रत्याशी डा मंजू सिवाच और सुदेश शर्मा ही जमानत बचा पाए हैं। लोनी सीट पर कुल दस प्रत्याशियों ने किस्मत आजमाई थी, जिसमें से आठ प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई है। यहां विजेता भाजपा प्रत्याशी नंदकिशोर गुर्जर और दूसरे नंबर पर रहे गठबंधन के प्रत्याशी मदन भैया ही जमानत बचाने के लिए जरूरी मत ले पाए हैं।

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