बुलंदशहर की स्यानी सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी व इंटरनेशनल शूटर रहीं पूनम पंडित को बीजेपी प्रत्याशी से करारी हार मिली है। शूटर पूनम ने इंटरनेशनल लेवल पर गोल्ड मेडल जीता है लेकिन चुनावी रण में वह विफल साबित हुईं और उनकी जमानत भी जब्त हो गई।
द न्यूज 15
नई दिल्ली। किसान आंदोलन से चर्चा में आईं इंटरनेशनल शूटर पूनम पंडित को कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में अपना प्रत्याशी बनाया था। वह बुलंदशहर की स्याना सीट से कांग्रेस की कैंडिडेट थीं और उनके सामने थे बीजेपी (BJP) के देवेंद्र सिंह लोधी और आरएलडी के दिलनवाज खान। भारत के लिए इंटरनेशनल लेवल पर गोल्ड मेडल जीतने वाली पूनम को चुनावी मैदान में करारी शिकस्त झेलनी पड़ी।
पूनम पंडित को इस सीट पर कुल वोटों के महज 1 प्रतिशत वोट ही मिले और उनकी जमानत भी जब्त हो गई। इस सीट पर बीजेपी प्रत्याशी ने बाजी मारी। वहीं आरएलडी के दिलनवाज दूसरे स्थान पर रहे और बसपा के सुनील कुमार तीसरे। पूनम चौथे स्थान पर रहीं और उन्हें कुल 2 लाख 51 हजार करीब वोटों में से सिर्फ 2888 वोट मिले।
आपको बता दें अक्टूबर में कांग्रेस में शामिल हुईं पूनम पंडित ने किसान आंदोलन के दौरान अपने आक्रामक भाषण से काफी सुर्खियां बटोरी थीं। कांग्रेस ने जिस सीट से पूनम को उतारा था वहां 2012 में पार्टी को जीत मिली थी और 2017 में बीजेपी ने स्याना सीट पर बाजी मारी थी। 2022 में लगातार दूसरी बार भाजपा ने इस सीट पर कब्जा किया है।
शूटिंग में जीता था गोल्ड मेडल : पूनम पंडित ने राजनीति में कदम रखने से पहले इंटरनेशनल शूटिंग में अपन लोहा मनवाया था और गोल्ड मेडल भी जीता था। पूनम पंडित ने रूरल यूथ गेम्स 2018 में 10 मीटर एयर पिस्टल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। इसके अलावा पूनम ने खुद एक बार बताया था कि वह हरियाणवी डांसर सपना चौधरी की बाउंसर के रूप में भी काम कर चुकी हैं।
उन्होंने बताया था कि बाउंसर रहना कोई बुरी बात नहीं। बाउंसर खेल से जुड़े होते हैं और वह भी एक इंटरनेशनल शूटर रही हैं। घर चलाने के लिए उन्होंने नौकरी की थी। गौरतलब है कि नेशनल शूटर और अब राजनेता बनीं पूनम पंडित उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर की रहने वाली हैं। कृषि आंदोलन से चर्चा में आईं पूनम ने कई बार सत्तारूढ़ पार्टी पर निशाना साधते हुए सुर्खियां बटोरी थीं।