नव निर्माण राज्य महासंघ के कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सुहेलदेव पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामपाल मांडी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने की मांग की । सिविल लाइंस में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान सुहेलदेव पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि लखनऊ उत्तर प्रदेश की राजधानी है लेकिन 400 किलोमीटर दूर होने की वजह से परेशानी होती है क्योंकि दिल्ली 170 किलोमीटर ही है इसलिए हमारी मांग है कि 17 जिले आगरा,सहारनपुर, बिजनौर , मुरादाबाद,सहित अन्य जिलों को या तो दिल्ली एनसीआर में शामिल कर लिया जाए या फिर अलग प्रदेश बनाया जाए। हाई कोर्ट भी अलग नहीं बनानी पड़ेगी। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि 2006 से हम 17 जिलों को अलग से प्रदेश बनाने की मांग करते आए हैं। इसके अतिरिक्त जिला मुजफ्फरनगर सहित पश्चिम उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा राजस्व देता है फिर भी हमारे साथ सौतेला व्यवहार क्यूं होता है । उपाध्यक्ष ने कहा कि अभी हाल ही में की कई ट्रेनो का संचालन हुआ है जिसमें वंदे भारत,राज रानी , मैट्रो,चली वह भी केवल मेरठ तक चली है और मुजफ्फरनगर को वंचित कर दिया गया है। मेरी विचारधारा के हिसाब से बागपत शामली, मुजफ्फरनगर अगर दिल्ली मे शामिल नही है तो इन्हें एनसीआर से बाहर कर दिया जाना चाहिए। क्यूं कि जब तक यह एनसीआर में शामिल हैं तो भट्टे वाले, गाड़ी वाले,फैक्ट्री वाले, परेशान हैं। उन्होंने कहा कि जो गाड़ी मुजफ्फरनगर में दस साल चलती है वहीं गाड़ी बिजनौर में 15 साल चलती है यह सौतेला व्यवहार नहीं तो क्या है । प्रेसवार्ता के दौरान भाजपा नेता कविता चौधरी, सुनील राजपूत,डा तेजपाल वर्मा, अवनीश निगम उपस्थित रहे।