नीतीश की रणनीति से बौखलाए लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव
यात्राओं के दम पर सरकार बनाते रहे हैं नीतीश कुमार
चरण सिंह
अपने पिता लालू प्रसाद के नीतीश कुमार की महिला संवाद यात्रा पर आँख सेंकने की टिप्पणी के बाद तेजस्वी ने यात्रा पर सरकारी खर्च को लेकर नीतीश कुमार पर हमला बोला है। तेजस्वी यादव ने अपने x हैंडल पर लिखा है कि नीतीश कुमार अपनी अल्टी पलटी मारने की छवि से बाहर निकलने के लिए जनता के पैसे का इस्तेमाल कर रहे हैं। तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि 104 करोड़ रुपए नास्ते के लिए और 111 करोड़ अल्पहार, 150 करोड़ पीआर कम्पनी को दिया गया है। करोड़ों रुपए विज्ञापन पर खर्च किये जा रहे हैं। तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर यह भी आरोप लगाया है कि यही नीतीश जी पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के विज्ञापन देखकर कहा करते थे कि ये लोग कुछ काम भी करते हैं। विज्ञापन ही छपवाते रहते हैं। दरअसल लालू प्रसाद यादव के महिला संवाद यात्रा को लेकर जो नीतीश कुमार के आँख सेंकने की बात कही है आधी आबादी के नाराज होने का अंदेशा तेजस्वी यादव को हो रहा है। तेजस्वी यादव का प्रयास है कि महिला संवाद यात्रा शुरू होने से पहले ही उसकी हवा निकाल दी जाए। दरअसल 15 दिसंबर से नीतीश कुमार की महिला संविदा यात्रा निकलने वाली है। नीतीश कुमार पहली बार इस तरह की यात्रा निकाल रहे हैं जिसमें प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर के नेता विधानसभा क्षेत्र में होने वाले सम्मेलनों को संबोधित करेंगे।तेजस्वी यादव के सामने इन विधान सभा चुनाव में जहां जदयू और बीजेपी के नेताओं से जूझना है वहीं कांग्रेस भी उनके लिए चुनौती पेश कर रही है। कांग्रेस के नेता शाहनवाज आलम ने स्ट्राइक रेट पर टिकटों के बंटवारे तथा महागठबंधन की सरकार बनने पर कांग्रेस के दो डिप्टी सीएम बनाने की मांग कर दी है। लालू यादव भले ही अपनी मश्करी के लिए जाने जाते हों पर उन्होंने महिला संवाद यात्रा को लेकर आंख सेंकने तथा इंडिया गठबंधन की लीड ममता बनर्जी के करने का बयान जारी कर तेजस्वी यादव के लिए परेशानी खड़ी कर दी है।
बिहार की राजनीति में यात्राओं का बहुत योगदान रहा है। विशेष रूप से नीतीश कुमार ने यात्राओं के दम पर कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। 2005 में जब नीतीश कुमार ने राबड़ी सरकार को उखाड़ फेंका था तो उन्होंने न्याय यात्रा निकाली थी। इस यात्रा के दम पर उन्होंने 88 सीटें हासिल की थीं। ऐसे ही तब उनका वोटबैंक 20.46 फीसदी था। 2009 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने विकास यात्रा निकाली थी और लोकसभा में 20 सीटें हासिल की थीं। लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उन्होंने धन्यवाद यात्रा निकाली। 2010 के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने प्रवास यात्रा निकाली और प्रवास यात्रा निकालते ही विश्वास यात्रा पर निकल पड़े। यह नीतीश कुमार की यात्राओं का ही असर था कि उन्होंने विधानसभा चुनाव में 115 सीटें हासिल की। 2011 में उन्होंने सेवा यात्रा निकाली तो 2012 में विशेष राज्य की मांग को लेकर अधिकार यात्रा।
2014 के लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार ने संकल्प यात्रा निकाली। 2014 में लोकसभा चुनाव हारने के बाद नीतीश कुमार ने संपर्क यात्रा निकाली। संपर्क यात्रा का नीतीश कुमार को यह फायदा हुआ कि उन्होंने 2015 में राजद और कांग्रेस साथ मिलकर सरकार बना ली। सरकार बनाने के बाद उन्होंने निश्चय यात्रा निकाली। 2017 में गठबंधन तोड़ने के बाद उन्होंने समीक्षा यात्रा निकाली। 2019 को नीतीश कुमार जल जीवन हरियाली यात्रा पर चले गये। शराबबंदी और दहेज बंदी जैसी योजनाएं लागू करने के बाद नीतीश कुमार ने समाज सुधार यात्रा निकाली।