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कर्ज से परेशान सहारनपुर के दंपति ने गंगा में कूदकर दी जान, सेल्फी और लोकेशन परिजनों को भेजी

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 ‘मैं कर्ज के दलदल में इस कदर फंस गया हूं कि बाहर नहीं निकल पा रहा। मरने से पहले की फोटो हम सभी को शेयर कर देंगे…’ये लाइनें लिखने वाला शख्स अब इस दुनिया में नहीं है। दिल दुखाने वाली इस घटना में पति-पत्नी ने गंगा नदी में कूदकर अपनी जान दे दी। मरने से पहले उन्होंने सेल्फी ली और गंगा नदी में कूद गए। गंगा नदी में कूदकर जान देने के लिए वे 80 किलोमीटर बाइक यात्रा कर हरिद्वार पहुंचे थे। पुलिस के हाथ सुसाइड नोट लगा है, जिसमें आत्महत्या की वजह बताई गई है।

जान देने वाले दंपत्ति सहारनपुर के हैं। शख्स सराफा कोरोबारी था। गंगा में सुसाइड करने के लिए वह पत्नी सहित बाइक से शनिवार रात हरिद्वार पहुंचा। जहां गंगनहर के पुल पर दोनों ने एक-दूसरे का हाथ पकड़ा, सेल्फी ली और गंगा में छलांग लगा दी। फिलहाल कारोबारी का शव गंगनहर में तैरता हुआ मिला, जबकि पत्नी लापता है।

सुसाइड नोट लिखकर वॉट्सऐप ग्रुप में भेजा

सुसाइड करने से पहले शख्स ने वॉट्सऐप ग्रुप में एक नोट भेजा। जिसमें लिखा था मैं कर्ज के दलदल में इस कदर फंस गया हूं कि बाहर नहीं निलक पा रहा। मरने से पहले की फोटो हम सभी को शेयर कर देंगे। पुलिस की जांच में अबतक यबह बात सामने आई है कि कोरोबारी पर 10 करोड़ का कर्ज था। मृतकों के परिजन सूचना मिलते ही हरिद्वार के रवाना हो गए।

मासूम बच्चों के सिर से उठा मां-बाप का साया

कोरोबारी की पहचान नगर कोतवाली क्षेत्र में किशनपुरा के रहने वाले सौरभ बब्बर के रुप में हुई है। जिसकी उम्र 35 साल थी। सौरभ घर में ही श्री साई ज्वेलर्स नाम से दुकान चलाता है। सौरभ की शादी 15 साल पहले मोना बब्बर से हुई थी। सौरभ के दो बच्चे है। 12 साल की बेटी श्रद्धा और 10 साल का बेटा संयम। सौरभ का बेटा दिव्यांग है। जानकारी के अनुसार 5 साल पहले सौरभ का छोटे भाई से बंटवारा हो गया। जिसके बाद सौरभ अपने माता-पिता से अलग रहने लगा था। छोटा भाई मां-बाप के साथ गोविंदनगर में रहता है।

दरअसल, सौरभ सोने-चांदी के अलावा कमेटी का भी काम करता था। कमेटी में लोग अपना पैसा जमा करते थे। जिसे वह ब्याज के साथ लौटाता था। इस बीच सौरभ का व्यापार ठप हो गया था। सौरभ पर 10 करोड़ रुपये का कर्ज था। लोग अपना पैसा मांग रहे थे। सौरभ ने यह बात अपनी पत्नी मोना को बताई थी। दोनों काफी समय से परेशान थे।

दोनों बच्चों को छोड़ा नाना-नानी के घर

सुसाइड करने से पहले सौरभ ने अपने दोनों बच्चों को नाना-नानी के पास छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि वे किसी जरुरी काम से जा रहे है, आकर बच्चों को लेकर जाएंगे। इसके बाद दोनों हरिद्वार चले गए। दोनों ने वहां गंगनहर पुल पर सेल्फीली। सुसाइड नोट को वॉट्सऐप ग्रुपों पर भेजा और फिर नदी में कूदकर अपनी जान दे दी।